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क्लर्क के घर मिले 2 करोड़ 66 लाख कैश, मंगवानी पड़ी नोट गिनने की मशीन

भोपाल। फूड कार्पोरेशन आफ इंडिया (FCI) के क्लर्क किशोर मीणा के घर से दो करोड़ 66 लाख से ज्यादा नकद और भारी मात्रा में सोने के जेवर मिलने से सीबीआई भी हैरान रह गई। मीणा को सीबीआई की भोपाल यूनिट (cbi bhopal team) की टीम ने शुक्रवार को एक लाख रुपए की रिश्वत (bribe) लेने में सहयोगी के तौर पर पकड़ा था। मीणा के घर पर भी छापा मारा। इनके अलावा बाकी तीन अफसरों के यहां भी शुक्रवार को सीबीआई की टीम ने छापा (cbi raid) मारा था, इसके बाद शनिवार को सुबह घर से बाहर निकली। जहां रातभर चली कार्रवाई के बाद एक के बाद एक खुलासे होते गए

 

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सीबीआई ने शुक्रवार को फूड कार्पोरेशन आफ इंडिया (food corporation of india) के डिविजनल मैनेजर समेत चार लोगों को रिश्वत के आरोप में पकड़ा था। इसके बाद सीबीआई की टीम ने शुक्रवार को ही चारों के घर छापा मारा था। शनिवार सुबह टीम इनके घर से निकली तो कई खुलासे हुए। अरुण श्रीवास्तव और मोहन परोत के घर पर भी कार्रवाई हुई। इनमें से सबसे ज्यादा क्लर्क के घर से मिली। एफसीआई के क्लर्क किशोर मीणा के घर से मिली 2 करोड़ 66 लाख नकद र भारी मात्रा में सोने के आभूषण मिलने से सीबीआई के अधिकारी भी हैरान हैं।

 

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अलमारी के पीछे बनी थी तिजोरी

शुक्रवार को गिरफ्तारी के बाद सीबीआई की टीम ने क्लर्क किशोर मीणा के कैंची छोला स्थित मकान पर छापा मारा। देर रात को कुछ भी नहीं मिलने से सीबीआई अफसर निराश थे। अचानक एक लकड़ी की अलमारी पर नजर गई तो देखा कि अलमारी में ही पीछे की तरफ तिजोरी लगी हुई थी। अफसरों ने तिजोरी की चाबी मांगकर खोली तो सभी हैरान रह गए। तिजोरी में दो करोड़ 66 लाख 9 हजार रुपए नकद थे। इतने नोटों को गिनने के लिए सीबीआई को मशीन मंगवानी पड़ी। यह भी बताया जा रहा है कि 400 ग्राम सोने के जेवर भी बरामद हुए हैं।

 

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डिवीजनल मैनेजर के हैं रुपए

सीबीआई की कार्रवाई में इतनी बड़ी रकम बरामद होने के बाद जब क्लर्क किशोर मीणा से पूछताछ की तो उसने बताया कि यह रुपए उसके नहीं हैं। यह डिवीजनल मैनेजर हर्ष हिनायना देता था। यह भी बताया कि रिश्वत की रकम में उसका भी हिस्सा रहता था। इसके बाद सीबीआई की टीम हर्ष हिनायना, अरुण श्रीवास्तव और मोहन परोत के दफ्तर भी गई और कैबिन की छानबीन की। सीबीआई की टीम वहां मिले दस्तावेजों की भी जांच कर रही है।

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