कन्हैया का खुलेआम समर्थन करने वाले दिग्विजय अब हो गए लालू के समर्थक, यू-टर्न लेने के पीछे ये है एंगल
भोपाल. कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय रविवार को सीपीआई के भोपाल स्थित ऑफिस में जाकर डंके की चोट पर कह रहे थे कि मैं कन्हैया का खुलेआम समर्थन करता हूं। उन्हें बेगूसराय से आरजेडी ने उम्मीदवार न बनाकर बहुत बड़ी गलती की है। बयान के 24 घंटे भी नहीं बीते थे कि दिग्विजय सिंह ने यू-टर्न लेते हुए कहा कि मैं लालू यादव का समर्थक हूं।
बिहार में महागठबंधन है। उस में बड़े भाई की भूमिका लालू प्रसाद यादव की पार्टी आरजेडी है। उसमें कांग्रेस, रालोसपा, हम, वीआईपी और भाकपा माले शामिल है। वहीं, इस गठबंधन से बिहार में सीपीआई दूर है। बेगूसराय सीट बिहार का सबसे हॉट सीट है। उम्मीदवारों के चयन से पहले ये उम्मीद की जा रही थी कि जेएनयू के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार महागठबंधन के उम्मीदवार होंगे। लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला तो सीपीआई ने उन्हें अपना उम्मीदवार बनाकर बेगूसराय के मैदान में उतार दिया। जहां उनका मुकाबला बीजेपी के गिरिराज सिंह और आरजेडी के तनवीर हसन से है।
कन्हैया का गुणगान
रविवार के दिन कांग्रेस के भोपाल से उम्मीदवार दिग्विजय सिंह सीपीआई के ऑफिस पहुंचे। यहां पहुंचकर वो कन्हैया कुमार का खूब गुणगान किया। दिग्विजय ने कहा कि मैं कन्हैया कुमार का समर्थक हूं। उन्होंने कहा कि मैं कन्हैया को खुलेआम समर्थन देता हूं। मैंने अपनी पार्टी में भी यह बात रखी है कि आरजेडी ने बहुत बड़ी गलती की है। मैंने कोशिश की थी कि बेगूसराय सीट सीपीआई को देना चाहिए। कन्हैया युवकों के बीच में एक आइकॉन बन गया है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि मुझे इस बात की खुशी है कि आठ और नौ अप्रैल को प्रचार करने वो भोपाल आ रहा है।
पार्टी में था कंफ्यूजन
दिग्विजय सिंह ने कहा कि मेरी पार्टी में कंफ्यूजन था। उसका एक शब्द टुकड़े-टुकड़े का कोई दिखा दे। ये पूरी तरह से झूठ था, एक चैनल ने बीजेपी-आरएसएस के लड़कों को खड़ा करवा कर ये नारे लगवाए। लेफ्ट हमेशा कांग्रेस के साथ रही है।
महागठबंधन के लिए घातक
बिहार में पहले से महाठबंधन में कुछ सीटों पर पेंच फंसा है। सुपौल में कांग्रेस उम्मीदवार रंजीत रंजन का आरजेडी समर्थक इसलिए विरोध कर रहे हैं। क्योंकि उनके पति पप्पू यादव महागठबंधन के मधेपुरा से उम्मीदवार शरद यादव के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। बेगूसराय सीट भी आरजेडी के लिए नाक की लड़ाई है। वोटिंग से एक दिन पहले दिग्विजय का यह ऐलान कि मैं कन्हैया को समर्थन देता हूं। यह महागठबंधन के गांठ को कमजोर करती। पिछले चुनाव में आरजेडी दूसरे नंबर पर बेगूसराय से रही थी। ऐसे में डैमेज कंट्रोल करने के लिए दिग्विजय ने अपने सुर बदल लिए।
लालू का समर्थक हूं
दिग्विजय के इस बयान पर जैसे ही बिहार की राजनीति में बवेला शुरू हुआ तो बेगूसराय में वोटिंग के दिन सुबह में एक ट्वीट कर विवाद को शांत करने की कोशिश की। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि मैं लालू प्रसाद यादव का समर्थक हूं। उनकी राजनीतिक प्रतिबद्धता का क़ायल भी हूं। हमें विश्वास है कि बिहार की जनता आरजेडी-कांग्रेस गठबंधन को भारी मतों से विजयी बनाएगी। शुभकामनाएं!
मैं लालू प्रसाद यादव का समर्थक हूँ। उनकी राजनीतिक प्रतिबद्धता का क़ायल भी हूँ। हमें विश्वास है कि बिहार की जनता आरजेडी- कांग्रेस गठबंधन को भारी मतों से विजयी बनाएगी। शुभकामनाएँ !— digvijaya singh (@digvijaya_28) April 29, 2019
लेकिन दिग्विजय के इस बयान से महागठबंधन के अंदर खलबली है। एनडीए उसी बयान को आधार बनाकर महागठबंधन पर वार कर रही थी। इनके सहयोगी दलों के बीच सबकुछ ठीक नहीं है। अब देखना यह दिलचस्प होगा कि दिग्विजय के लिए कन्हैया वोट मांगने आते हैं कि नहीं।
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