आदिवासी युवा बनेंगे आर्मी और एयरफोर्स के सिपाही, सवा करोड़ खर्च कर दी चार हजार को ट्रेनिंग

भोपाल : सरकार अब कम पढ़े-लिखे आदिवासी युवाओं को मजदूरी से बाहर निकालकर रोजगार के नए अवसर मुहैया कराने जा रही है। आदिवासी वित्त विकास निगम युवाओं को भारतीय सेना और एयरफोर्स में सिपाही बनाने की तैयारी करा रही है। 15 आदिवासी जिलों से सेना के मापदंडों के अनुसार युवाओं को छांटा गया है।
हर जिला मुख्यालय पर इन युवाओं की ट्रेनिंग कराई जा रही है। इस ट्रेनिंग के आधार पर चार हजार युवाओं को चुना गया है जो इसी महीने उज्जैन में होने वाली आर्मी की भर्ती रैली में भाग लेंगे। इन चार हजार युवाओं को सेना के हिसाब से तैयार करने के लिए निगम ने सवा करोड़ रुपए खर्च किए हैं।
इन जिला कलेक्टरों को युवाओं की ट्रेनिंग के लिए सितंबर में निगम ने आठ-आठ लाख रुपए भेजे हैं। निर्देशों में साफ लिखा गया है कि इस राशि को विज्ञापन पर खर्च नहीं करना बल्कि प्रशिक्षण ले रहे इन युवाओं की तैयारी और खान-पान पर खर्च करना है।
प्रदेश में होगी आर्मी और एयरफोर्स की भर्ती रैली :
सरकार को अपनी कोशिशों में ये सफलता हाथ लगी है कि आर्मी और एयरफोर्स ने प्रदेश में अपनी भर्ती रैली करने पर सहमति दे दी है। आर्मी की भर्ती रैली इसी महीने 20-30 नवंबर के बीच उज्जैन में होगी जिसमें ये सभी चार हजार युवा भाग लेंगे। उनकी शारीरिक योग्यता और प्रशिक्षण के आधार पर सरकार को उम्मीद है कि करीब एक हजार युवाओं का चयन आर्मी के लिए हो सकता है। वहीं एयरफोर्स की भर्ती रैली के लिए फरवरी 2020 का समय मिला है। अब सरकार नए सिरे से एयरफोर्स के हिसाब से युवाओं की ट्रेनिंग कराएगी।
इन जिलों से छांटे इतने प्रतिभागी :
- रतलाम - 925
- झाबुआ - 393
- धार - 188
- इंदौर - 425
- देवास - 200
- अलीराजपुर - 280
- खरगौन - 485
- आगर-मालवा - 200
- मंदसौर - 11
- बड़वानी - 182
- खंडवा - 175
- बुरहानपुर - 157
- उज्जैन - 200
- नीमच - 22
- बैतूल - 450
150 आदिवासी युवाओं को विदेश अध्ययन और आईएएस कोचिंग:
इस साल प्रदेश के 150 आदिवासी विद्यार्थी को विदेश अध्ययन छात्रवृत्ति योजना और अखिल भारतीय सेवाओं की परीक्षा के लिये कोचिंग सुविधा का फायदा दिया जा रहा है। चयनित विद्यार्थियों में से 50 विद्यार्थियों को विदेश अध्ययन स्कॉलरशिप दी की जाएगी। बाकी 100 छात्रों को सिविल सेवा परीक्षाओं की कोचिंग कराई जाएगी।
स्कॉलरशिप के जरिए आदिवासी छात्रों को विदेशों के उच्च शिक्षा संस्थानों में इंजीनियरिंग, आईटी और विज्ञान पाठ्यक्रमों में मास्टर डिग्री प्राप्त करने के लिये सालाना 40 हजार यूएस डॉलर दिया जाएगा। छात्र को 9000 यूएस डॉलर रहने-खाने और 1000 यूएस डॉलर आकस्मिक भत्ता दिया जाएगा। आईएएस की कोचिंग के लिए अधिकतम दो लाख रुपए दिए जाएंगे। किताबें खरीदने के लिए 15 हजार की राशि दी जाएगी।
आदिवासी युवतियों के लिए होटल मैनेजमेंट :
आदिवासी युवतियों को एयर होस्टेज और होटल मैनेजमेंट का कोर्स कराने के लिए स्पॉन्सर ए लाइफ स्कीम शुरु की गई है। प्रथम चरण में 15 आदिवासी युवतियों का चयन किया जाएगा जिनको एयर होस्टेस और होटल मैनेजमेंट का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस योजना के तहत कोचिंग फीस का खर्च प्रायोजक उठाएगा जबकि उनके रहने-खाने और आने-जाने का व्यय निगम अपनी ओर से स्टायपेंड देकर पूरा करेगा।
- हम आदिवासी युवाओं को उन क्षेत्रों में नौकरी दिलाने की कोशिश कर रहे हैं जहां के बारे में वे सोचते भी नहीं हैं। सेना और एयरफोर्स में नौकरी के लिए हमने चार हजार युवाओं को पूरा प्रशिक्षण दिया है। इसके अलावा सरकार आदिवासी युवाओं को विदेश अध्ययन के लिए स्कॉलरशिप और अखिल भारतीय सेवाओं की कोचिंग भी करा रही है। - अभिषेक सिंह एमडी, आदिवासी वित्त विकास निगम
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