देव गुरु बृहस्पति का गोचर इन राशियों के लिए होगा खास, जानिये अच्छे और बुरे प्रभाव साथ ही बचाव के उपाय - Web India Live

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देव गुरु बृहस्पति का गोचर इन राशियों के लिए होगा खास, जानिये अच्छे और बुरे प्रभाव साथ ही बचाव के उपाय


भोपाल। अभी चंद दिनों पहले यानि 31अक्टूबर 2019 को बुध के वक्री होने के बाद अब आकाश में एक बार फिर ग्रहों की चाल बदल रही है। जानकारों के अनुसार ग्रहों की ये नई चाल न केवल देश या स्थितियों पर अपना असर डालेगी,बल्कि यह हर प्राणी के लिए भी अनुकूल या प्रतिकूल स्थितियों का निर्माण करेगी।
पंडित सुनील शर्मा के अनुसार दरअसल बृहस्पति ग्रह 5 नवंबर 2019 से धनु राशि में गोचर करने जा रहा है। जिसके प्रभाव का हर व्यक्ति पर असर पड़ेगा। पंडित शर्मा का कहना है भले ही बृहस्पति यानि गुरु अपने ही घर यानि धनु राशि में जा रहे हैं, लेकिन इसके चलते ये जहां कुछ राशियों पर अपनी कृपा बरसाएंगे, वहीं कुछ राशियों के लिए अच्छी खासी परेशानियां भी खड़ी करेंगे।
बृहस्पति गोचर का समय...
बृहस्पति ग्रह जिसे हम गुरु भी कहते हैं 5 नवंबर 2019, मंगलवार 00:03 बजे अपनी राशि धनु में गोचर करेगा और इसके बाद यह 29 मार्च 2020, रविवार रात्रि 19:08 बजे तक इसी राशि में स्थित रहेगा। गुरु बृहस्पति के इस राशि परिवर्तन का प्रभाव सभी राशियों पर होगा।

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ऐसे समझें बृहस्पति ग्रह यानि गुरु को...
दरअसल वैदिक ज्योतिष के अंतर्गत नवग्रहों में बृहस्पति को देवताओं का गुरु कहा गया है और ग्रहों के मंत्रिमंडल में इन्हें मंत्री का पद प्राप्त है। ये सबसे शुभ ग्रह माने जाते हैं। वहीं जन्म कुंडली में गुरु की स्थिति से जातक के जीवन के बारे में कई महत्वपूर्ण बातें पता चलती हैं।
मान्यता के अनुसार यह वृद्धि के कारक हैं इसलिए अच्छी या बुरी जो भी घटना हो उसमें इनका योग वृद्धि कारक होता है। यह हमारे जीवन में हमारे गुरु और गुरु तुल्य लोगों, हमारे परिवार के बड़े बुजुर्गों, संतान, धन तथा ज्ञान का कारक प्राप्त है।
कुंडली पर गुरु का प्रभाव...
कुंडली में बृहस्पति की अनुकूल स्थिति व्यक्ति को मान सम्मान और ज्ञान प्रदान करती है साथ ही व्यक्ति को धन की प्राप्ति भी अच्छी मात्रा में होती है।गुरु को मुख्य रूप से विद्या का कारक ग्रह माना गया है।
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इसके अलावा यदि किसी कुंडली में गुरु मध्य में यानि प्रथम, चतुर्थ, सप्तम या दशम भाव में स्थित हो तो माना जाता है कि ये कुंडली में मौजूद हर दोष को समाप्त कर देता है।
यह धनु और मीन राशि के स्वामी हैं और कर्क राशि में उच्च तथा मकर राशि में नीच अवस्था में माने जाते हैं। कुंडली में चंद्रमा लग्न पर बृहस्पति की दृष्टि अमृत समान मानी जाती है। अगर कुंडली में बृहस्पति की स्थिति अनुकूल नहीं है तो आपको बृहस्पति ग्रह की शांति के उपाय करने चाहिए। साथ ही ये चंद्र के साथ गजकेसरी योग का भी निर्माण करते हैं।
गुरु का 5 नवंबर 2019 को होने वाला ये गोचर सभी राशियों पर अपना खास प्रभाव दिखाएगा। जहां ये कुछ राशियों के लिए खास लाभदायक रहेगा, वहीं कुछ राशियों के लिए ये गोचर नुकसान का भी कारण बन सकता है...
rashifal horoscope Nov. 2019
राशियों पर ये रहेगा असर: Effects on all Zodiac signs
1. मेष राशि/ jupiter effect on aries Horoscope and Astrology :
आपकी राशि से बृहस्पति नवम भाव में गोचर करेंगे। ज्योतिष में नवम भाव को भाग्य भाव माना जाता है। इसके साथ ही बृहस्पति आपके नवम भाव के स्वामी होने के साथ-साथ आपके द्वादश भाव के भी स्वामी हैं। बृहस्पति का यह गोचर आपके लिए शुभ फलदायी साबित होगा।
इस गोचर के दौरान आर्थिक पक्ष को सुधारने के लिए जो योजनाएं आपने बीते समय में बनाई थीं, उनका सकारात्मक प्रभाव अब आपको देखने को मिलेगा। गुरु के इस गोचर के दौरान आपको कई स्रोतों से धन की प्राप्ति हो सकती है। आपको अपने कर्मों का अच्छा फल अवश्य मिलेगा, नौकरी पेशा से जुड़े लोगों को तरक्की मिलने की उम्मीद है।
यह गोचरीय अवधि आपके पिता के लिए भी सुखद रहेगी, अगर वो नौकरी पेशा से जुड़े हैं तो इस समय उनके पदोन्नति होने के पूरे आसार हैं। नवम भाव को धर्म भाव भी कहा जाता है और इस भाव में बृहस्पति के गोचर से आप भी धार्मिक कार्यों में रुचि लेंगे।
उपाय: भगवान शिव का रुद्राभिषेक कराएं।
2. वृषभ राशि / Tauras Horoscope & Astrology effect of jupiter :
गोचर के दौरान देव गुरु बृहस्पति आपकी राशि से अष्टम भाव में रहेंगे। इस भाव को आयु भाव भी कहा जाता है। इस भाव से हम जीवन में अचानक से होने वाली घटनाओं के बारे में विचार करते हैं।
अष्टम भाव में बृहस्पति का गोचर का समय नौकरी पेशा लोगों के लिएबहुत अच्छा नहीं रहेगा आपको मनचाहे परिणाम प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी। इस दौरान आपको जीवन में कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इस गोचर काल में सेहत का विशेष ध्यान रखें। कोई दुखद समाचार मिलने से आपका मन व्यथित हो सकता है।
आर्थिक पक्ष की बात की जाए तो आपको धन संचय करने में इस समय दिक्कतें आ सकती हैं, जिससे आर्थिक स्थिति कमजोर होगी। बृहस्पति ग्रह के प्रभाव से धार्मिक कार्यों में आपकी रुचि बढ़ सकती है।
उपाय: गुरुवार को घी का दान करें।
3. मिथुन राशि / jupiter effect on gemini Horoscope and Astrology :
आपकी राशि से गुरु ग्रह का गोचर सप्तम भाव में होगा। सप्तम भाव को विवाह भाव भी कहा जाता है और इससे जीवन में होने वाली साझेदारियों के बारे में पता चलता है।
इस गोचरीय काल में गुरु ग्रह के शुभ प्रभावों से आपका आर्थिक पक्ष भी मजबूत होगा। धन का निवेश करने के लिए यह अच्छा समय है लेकिन निवेश से पहले अनुभवी लोगों की सलाह अवश्य लें। जिन लोगों के वैवाहिक जीवन में मतभेद थे वो भी इस दौरान दूर हो सकते हैं। आपका वैवाहिक जीवन अच्छा रहेगा।
प्रेम जीवन में नयापन आएगा। आपकी वाणी में मधुरता रहेगी इसलिए सामाजिक जीवन में भी आप अच्छे फल प्राप्त कर पाएंगे। अपनी बुद्धिमत्ता से आप जीवन की कई कठिनाइयों का डटकर इस समय मुकाबला करेंगे। कुल-मिलाकर यह गोचर आपके लिए अच्छा रहने वाला है।
उपाय: अपने घर में कपूर का दीपक जलाएं।
4. कर्क राशि / Cancer Horoscope & Astrology effect of jupiter :
आपकी राशि से बृहस्पति देव का गोचर षष्ठम भाव में होगा। षष्ठम भाव को शत्रु भाव भी कहते हैं, इसके साथ ही इससे रोग आदि के बारे में विचार किया जाता है।
षष्ठम भाव में गुरु के उपस्थित होने से छात्रों के लिए यह गोचर अच्छा रहेगा, वे प्रतियोगी परीक्षाओं में आप अच्छा प्रदर्शन कर पाएंगे।लेकिन इस दौरान आपको अपने मानसिक स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखना होगा।
नौकरी पेशा लोगों की बात की जाए तो इस अवधि में आपके कुछ सहकर्मी आपके खिलाफ साजिशें कर सकते हैं इसलिए आपको अपने कार्यक्षेत्र में बहुत सतर्कता से चलना होगा। साझेदारी में कारोबार करने वाले लोगों को धन संबंधी मामलों में अपने साझेदार पर नज़र बनाए रखनी होगी।
पैतृक संपत्ति को लेकर आप अपने भाई-बहनों से उलझ सकते हैं। वैवाहिक जीवन को सुचारु रुप से चलाना चाहते हैं तो अपने पार्टनर पर बेवजह शक न करें। आर्थिक स्थिति में सुधार करने के लिए इस राशि के कुछ जातक इस दौरान बैंक से लोन ले सकते हैं।
उपाय: हर गुरुवार को केले के वृक्ष का पूजन करें।
5. सिंह राशि / jupiter effect on leo Horoscope and Astrology :
आपकी राशि से बृहस्पति देव का पंचम भाव में गोचर होगा। पंचम भाव को संतान भाव भी कहा जाता है और इससे आपके विद्या और ज्ञान के बारे में भी विचार किया जाता है।
गुरु का यह गोचर आपके लिए लाभदायक साबित होगा। इस दौरान सिंह राशि के विवाहित लोगों की जिंदगी में इस समय किसी नए मेहमान की दस्तक हो सकती है। गुरु ग्रह ज्ञान का कारक होता है इसलिए इस गोचर काल में आपके ज्ञान में भी वृद्धि देखी जा सकती है।
वहीं इस समय सामाजिक स्तर पर आपके अच्छे संपर्क बनेंगे जो आपके व्यावसायिक और निजी जीवन को सरल बनाने में काम आएंगे। इस समय आप नया वाहन या प्रोपर्टी खरीदने का भी मन बना सकते हैं।
आर्थिक पक्ष पर इस दौरान आप ज्यादा ध्यान नहीं देंगे और जितना आपके पास है उसी में संतुष्ट रहेंगे। इस राशि के वो छात्र जो दर्शन शास्त्र या ज्योतिष की पढ़ाई कर रहे हैं उन्हें मनोनुकूल परिणाम मिलेंगे। कुल-मिलाकर गुरु का यह गोचर आपके लिए अच्छा रहेगा।
उपाय: इस बृहस्पति बीज मंत्र का जाप करें- “ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरवे नम:।।
6. कन्या राशि / jupiter effect on virgo Horoscope & Astrology :
आपकी राशि से बृहस्पति ग्रह का गोचर चतुर्थ भाव में होगा। चतुर्थ भाव को सुख भाव भी कहा जाता है और इससे आपके मातृ पक्ष पर भी विचार किया जाता है।
चतुर्थ भाव में गुरु के गोचर से सरकारी नौकरी में कार्यरत इस राशि के जातक अपने काम के जरिये लोगों को चौंका सकते हैं। छात्रों के लिए यह समय सामान्य रहेगा, अगर आपको शिक्षा के क्षेत्र में परेशानियां आ रही हैं तो अपने गुरुजनों का परामर्श लेने से न चूकें।लेकिन इस दौरान आपको जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। पारिवारिक मतभेद की वजह से आपके वैवाहिक जीवन पर फर्क पड़ेगा। इस समय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए आपको प्रयास करने होंगे। आपकी बहुत सी परेशानियों का कारण आपकी निष्क्रियता है।
उपाय: ब्राह्मण को शक्कर दान करें और गाय को रोटी खिलाएं।
7. तुला राशि / jupiter effect on libra Horoscope and Astrology :
इस गोचर के दौरान देव गुरु बृहस्पति आपकी राशि से तृतीय भाव में रहेंगे। तृतीय भाव को पराक्रम भाव भी कहा जाता है। वहीं इस भाव से आपके भाई बहन व मामा से रिश्ते भी देखे जाते हैं।
तीसरे भाव में गुरु ग्रह की उपस्थिति आपके लिए लाभदायक नहीं कही जा सकती। इस दौरान इस राशि के कुछ जातकों को अपने निवास स्थान में परिवर्तन करना पड़ सकता है। इस अवधि में आपको अनचाही यात्राएं भी करनी पड़ सकती हैं। वहीं इस काल में आपके अंदर आलस्य की अधिकता रहेगी और आप हर काम को कल पर टालने की कोशिश करेंगे। इस समय जितना हो सके खुद के व्यक्तित्व को निखारने की कोशिश करें। स्वास्थ्य का खास ध्यान रखें। साथ ही बिज़नेस और नौकरी करने वाले इस राशि के जातकों को इस समय अपने काम की गति बढ़ाने की जरुरत है।
उपाय: गुरुवार के दिन हल्दी व चना दाल का दान करें और गाय को रोटी खिलाएं।
8. वृश्चिक राशि / jupiter effect on Scorpio Horoscope & Astrology :
आपकी राशि से बृहस्पति ग्रह का गोचर द्वितीय भाव में होगा। इस भाव को धन भाव भी कहा जाता है। इस घर से आपकी पैत्रिक संपत्ति सहित इससे जुड़ी कुछ खास चीजों को देखा जाता है।
गुरु ग्रह की आपके द्वितीय भाव में स्थिति आपके लिए फायदेमंद रहेगी। इस गोचरीय काल में आपका आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। गुरु के गोचर के दौरान घर में किसी मांगलिक कार्य के होने की भी संभावना है। नौकरी पेशा और कारोबारी लोगों के साहस में इस समय वृद्धि देखी जा सकती है। आपके विरोधी इस गोचर के दौरान आपके सामने टिक नहीं पाएंगे। वहीं यदि आपने किसी को धन उधार दिया था तो इस समय वो आपको वापस मिल सकता है। आपके प्रयासों को देखकर आपके जीवनसाथी को भी खुशी होगी जिससे वैवाहिक जीवन में संगतता बनी रहेगी। नया ज्ञान प्राप्त करने की इच्छा इस राशि के छात्रों के मन में उठेगी।
उपाय: बृहस्पति बीज मंत्र “ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरवे नम:” का जाप करें।
9. धनु राशि / jupiter effect on sagittarius Horoscope & Astrology :
इस समय बृहस्पति देव आपकी ही राशि में यानि आपके लग्न भाव में गोचर करेंगे। प्रथम भाव से जातक के व्यक्तिव से लेकर उसके रंग कदकाठी सहित कई चीजों के बारे में जाना जाता है।
इस दौरान जीवन के हर क्षेत्र में इस समय भाग्य आपका साथ देगा। प्रथम भाव में गुरु का गोचर आपके लिए शुभ रहेगा। आर्थिक मामलों की हर परेशानी इस समय दूर हो जाएंगी। स्वास्थ्य इस समय अच्छा रहेगा और आप रचनात्मक कार्यों में अच्छा प्रदर्शन करेंगे। इस समय आप उस लक्ष्य को भी प्राप्त कर सकते हैं जिसके लिए काफी समय से मेहनत कर रहे थे। कुल मिलाकर गुरु का यह गोचर आपके लिए कई मायनों में अच्छा रहेगा।
इस समय आप धन का संचय करने में तो सक्षम होंगे, लेकिन आपकी किसी लापरवाही की वजह से आपको धन हानि होने की भी संभावना है। अत: धन से जुड़े लेन-देन के मामलों में भी इस समय संभलकर रहें। इस समय आपको अपने गुस्से पर नियंत्रण रखना होगा नहीं तो हानि की संभावना है।
उपाय: गुरुवार के दिन पुखराज रत्न को सोने की अंगूठी में जड़वाकर तर्जनी अंगुली में धारण करें।
10. मकर राशि / jupiter effect on capricorn Horoscope & Astrology :
गोचर के दौरान बुहस्पति आपकी राशि से द्वादश भाव में रहेंगे। द्वादश भाव को व्यय भाव भी कहा जाता है।
इस समय आपको लंबी दूरी की यात्राओं पर जाना पड़ सकता है। यह यात्राएं काम के सिलसिले में या फिर निजी कारणों से भी हो सकती हैं।
आपका कोई मित्र इस दौरान आपकी मुलाकात किसी आध्यात्मिक गुरु या आध्यात्म के जानकार किसी शख्स से करा सकता है। इस राशि के जो लोग विदेशों में रहते हैं वो इस दौरान वहीं रहने का प्लान बना सकते हैं। छात्रों के लिए यह समय अच्छा है और इस अवधि में आपका मन लक्ष्य पर केंद्रित होगा।
इस गोचर के दौरान आपको धन संबंधी मामलों में सोच-समझकर चलना होगा। किसी को भी उधार देने से पहले उसकी विश्वसनीयता को अवश्य जान लें। इस दौरान आप भौतिक सुखों से दूरी बनाकर चलेंगे और एकांत में समय बिताना पसंद करेंगे।
उपाय: अपनी पेंट या शर्ट की जेब में पीला रुमाल रखें और मस्तक पर केसर का तिलक लगाएं।
11. कुंभ राशि / jupiter effect on Aquarius Horoscope & Astrology :
आपकी राशि से बृहस्पति का गोचर एकादश भाव में होगा। इस भाव को लाभ या आय भाव भी कहा जाता है।
यह समय आपको कई क्षेत्रों में अच्छे फल देगा। भाग्य का पूरा साथ इस दौरान आपको मिलेगा जिसके चलते आप सफलता की नई सीढ़ियां चढ़ेंगे। अगर आपके मन में किसी कीमती चीज को पाने की ख़्वाहिश थी तो इस समय वह ख़्वाहिश पूरी हो सकती है। आप इस दौरान स्वस्थ रहेंगे। पूर्व में किए गये किसी निवेश से इस दौरान आपको फायदा हो सकता है।
कार्यक्षेत्र में आप अपने काम से बॉस को प्रभावित कर सकते हैं, हालांकि आपके कुछ विरोधियों को यह बात चुभेगी और वो आपके खिलाफ साज़िश कर सकते हैं। अपने फ़ैसलों को ज़बरदस्ती अपने जीवनसाथी पर थोपने की कोशिश न करें नहीं तो ये समस्या उत्पन्न कर सकते हैं।
उपाय: गुरुवार को सुबह के समय पीपल के वृक्ष पर जल चढ़ाए। लेकिन इस दौरान पीपल के वृक्ष का स्पर्श नहीं करें।
12. मीन राशि / jupiter effect on pisces Horoscope and Astrology :
आपकी राशि से बृहस्पति देव दशम भाव में रहेंगे। दशम भाव को वैदिक ज्योतिष में कर्म भाव भी कहा जाता है।
यह समय आपके लिए अच्छा रहेगा। नौकरी पेशा से जुड़े लोगों को इस समय नई जिम्मदारियां मिल सकती हैं। पारिवारिक जीवन में भी आपको अच्छे फल मिलेंगे। आर्थिक मामलों के लिए यह गोचर शुभ है इस दौरान आपको कई स्रोतों से धन प्राप्ति हो सकती है। वहीं उधारी के जाल में फंसे इस राशि के जातक इस समय कर्ज से मुक्ति पा सकते हैं। अपनी सेहत में अच्छे बदलाव करने के लिए आपको अपने लिए भी समय निकालना होगा। छात्रों के लिए भी यह गोचर अच्छा रहने वाला है, आपकी मेहनत इस समय रंग लाएगी।
कुछ जातकों का तबादला होने के भी आसार हैं। स्थान परिवर्तन करने की वजह से आपको कुछ परेशानियां आएंगी लेकिन थोड़े समय के बाद आपको अहसास होगा कि यह परिवर्तन आपके लिए अच्छा था।
उपाय: घर में गुरु बृहस्पति यंत्र की स्थापना करें और रोजाना इसकी पूजा करें।


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