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खुशखबरी: 70 प्रतिशत तक ज्यादा पहुंचे विदेशी मेहमान

भोपाल. लॉकडाउन के बाद प्रदूषण का स्तर कम होने इस बार प्रवासी पक्षियों को भोपाल का मौसम रास आ रहा है। भोज वेटलैंड विंटर बर्ड काउंट की रिपोर्ट के अनुसार इस बार पक्षियों की 176 प्रजातियां नजर आई है। रेड क्रेस्टेड पोचार्ड, कॉमन कूट और कॉमन पोचार्ड जैसे नॉर्दन पिंटल में पाए जाने वाले पक्षी इस बार हजारों की संख्या में दिखाई दे रहे हैं। जबकि पिछले दो साल से इन संख्या घटकर 600-800 के बीच आ गई थी।

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ये पक्षी साबेरिया, रशिया और अंर्टाकटिका के इलाकों से करीब 12500 किलोमीटर का सफर कर यहां आए हैं। पिछले साल हुए बर्ड काउंड में 119 प्रजातियों के पक्षी ही दिखाए दिए थे। एक्सपट्र्स के अनुसार अभी बड़ा तालाब सहित सभी तालाबों का जलस्तर काफी ज्यादा है। जलस्तर घटले ही सारस, फ्लेमिंगो, गरे लैग गीज जैसे पक्षियों की संख्या भी बढ़ जाएगी। इस बार करीब 200 प्रवासी पक्षियों के आने का अनुमान है। वन विहार में सबसे ज्यादा 150 प्रजातियां चिन्हित हुई है।

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भोपाल बड्र्स संस्था, मध्य प्रदेश इको पर्यटन विकास बोर्ड, वन विहार तथा वीएनएस नेचर सेवियर्स के संयुक्त तत्वावधान में भोज वेटलैंड विंटर बर्ड काउंट किया गया। 110 प्रतिभागियों ने 5 जोन में पक्षियों की गणना की। 5 जोन में बिशनखेड़ी से मुगलियाछाप, बम्होरी, छोटे तालाब से बोरवन, बोरवन बैरागढ़ और वन विहार राष्ट्रीय उद्यान को शामिल किया गया। भोपाल बड्र्स के मोहमम्द खालिक ने बताया कि 176 प्रजातियों में रेड क्रेस्टेड पोचार्ड, कॉमन पोचार्ड, ब्लैक हेडेड आइबिस, रेड नेपड आइबिस, नॉर्थेर्न शोवलर, कॉमन टील, गार्गेनि, पाइड एवोसेट, ब्लैक हेडेड बंटिंग, रेड हेडेड बंटिंग, ब्रह्मिनी शेल्डक, ब्लू थ्रोट, लैसर वाइट थ्रोट, ग्रीन सैंडपीपर, पेंटेड स्टोर्क, ब्राउन हेडेड गल्ल साइबेरियन स्टोन चैट, यूरेशियन कूट जैसी बड्र्स शामिल हैं।

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वन विहार में 153 प्रजातियां देखी गई
बिशनखेड़ी से मुगलियाछाप (102), बम्होरी (87), छोटे तालाब से बोरवन(55), बोरवन बैरागढ़(75) और वन विहार (15) में प्रजातियां देखी गईं। इस बार कॉमन कूट करीब 1 हजार, रेड क्रेस्टेड पोचार्ड करीब 10 हजार और कॉमन पोचार्ड करीब 16,945 दिखाई दी है। जबकि पिछले साल बिशनखेड़ी से मुगलियाछाप (70), बम्होरी (44), छोटे तालाब से बोरवन (6), बोरवन बैरागढ़ (50) और वन विहार राष्ट्रीय उद्यान (66) प्रजातियां ही दिखाई दी थी। वहीं, कॉमन कूट करीब 800, लैसर व्हिस्टलिंग डक करीब 50 और कॉमन पोचार्ड करीब 250 दिखाई दी थी।

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पहली बार देखा गया ब्लू कैप्ड रॉक थ्रश
काउंट के दौरान दुर्लभ दिखाई देने वाले पक्षी ग्रे बेल्लीड कुकु को बिलखेड़ा में देखा गया। यह पक्षी पैसेज माइग्रेंट है, वह दक्षिण भारत की और प्रवास करते समय भोपाल में दिखाई देता है। वहीं, ब्लू कैप्ड रॉक थ्रश को पहली बार वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में देखा गया। यह पक्षी हिमालय से प्रवास कर भोपाल आया है। इस पक्षी में नर का सर, गाल और गला सुन्दर नीले रंग का होता है।

 

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