आरोप-रसूखदार के दबाव में दर्ज किया केस, पुलिस की प्रताडऩा से तंग आकर लगाई फांसी
भोपाल. श्यामला हिल्स थाना अंतर्गत अंसल अपार्टमेंट के अंदर से होकर जाने वाला धरमपुरी झुग्गी झोपड़ी का रास्ता अपार्टमेंट के एक रसूखदार परिवार ने बंद कर दिया। इसका विरोध करने मौके पर पहुंचे नगर निगम सफाईकर्मी राजेंद्र चावरिया के खिलाफ रसूखदारों ने श्यामला हिल्स थाने में मामला दर्ज करवा दिया। सफाईकर्मी को पुलिस तथाकथित रूप से थाने ले गई और उसे प्रताडि़त किया। तीन दिन पहले वहां से लौटकर राजेंद्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस पूरे मामले में वाल्मीकि समाज ने आरोप लगाया कि एक रसूखदार परिवार के इशारे पर पुलिस अधिकारियों ने राजेंद्र को प्रताडि़त किया। इसके चलते उसने फांसी लगा ली। मृतक के निवास पर गुरुवार दोपहर को पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह पहुंचे और पुलिस अधिकारियों पर प्रताडऩा का आरोप लगाते हुए दोषियों के खिलाफ सरकार से कार्रवाई की मांग की। दिग्विजय सिंह ने कहा कि वह पहले भी धर्मपुरी बस्ती में आए हैं। पुलिस के खिलाफ यहां के लोग प्रताडऩा की शिकायतें कर चुके हैं। मामले के तूल पकडऩे के बाद डीआइजी इरशाद वली ने इस मामले में एसआइटी का गठन कर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है।
रास्ता बंद करने का विरोध किया था
धर्मपुरी बस्ती में दिग्विजय सिंह को मृतक के परिजनों ने बताया कि अंसल अपार्टमेंट में रहने वाला एक परिवार आए दिन राजेंद्र को परेशान करता था। पिछले दिनों उन्होंने ही बस्ती आने वाला रास्ता बंद किया था। इसका राजेंद्र ने विरोध किया था। परिजनों का आरोप है कि उस रसूखदार परिवार ने राजेंद्र के खिलाफ तोडफ़ोड़, मारपीट और गाली गलौज का मामला दर्ज कराया था
मृतक राजेंद्र भी हमारे समाज का ही एक हिस्सा था। उसने यदि कुछ मांग की थी तो उस पर सुनवाई होना चाहिए थी। सरकार एवं पुलिस हर बार अपनी गरीब विरोधी मानसिकता का परिचय देती है। इस मामले में दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
दिग्विजय सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री
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