शनिदेव का नक्षत्र परिवर्तन: बढ़ सकती हैं इन राशियों की मुश्किलें, जानें 12 राशियों का हाल
आकाश में बदल रही ग्रहों की चाल के बीच शनिदेव एक बार फिर परिवर्तन कर गए हैं। लेकिन उनका ये परिवर्तन राशि का न होकर नक्षत्र तक ही सीमित रहेगा। जिसका असर सभी 12 राशियों पर पड़ेगा।
ज्योतिष में एक क्रूर ग्रह के रूप में पहचाने जाने वाले शनिदेव कुंडली में मजबूत होने पर जातकों को इसके अच्छे परिणाम तो कमज़ोर होने पर यह अशुभ फल देते हैं।
वैदिक ज्योतिष में शनि ग्रह का बड़ा महत्व है। हिन्दू ज्योतिष में शनि ग्रह को आयु, दुख, रोग, पीड़ा, विज्ञान, तकनीकी, लोहा, खनिज तेल, कर्मचारी, सेवक, जेल आदि का कारक माना जाता है। यह मकर और कुंभ राशि का स्वामी होता है। तुला राशि शनि की उच्च राशि है, जबकि मेष इसकी नीच राशि मानी जाती है।
शनि का वैदिक मंत्र
ॐ शं नो देवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये।
शं योरभि स्त्रवन्तु न:।।
शनि का तांत्रिक मंत्र
ॐ शं शनैश्चराय नमः।।
शनि का बीज मंत्र
ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः।।
शनि का नक्षत्र परिवर्तन - जानें आप पर असर...
ज्योतिष के जानकर पंडित सुनील शर्मा के अनुसार 22 जनवरी 2021 से शनि ने नक्षत्र में परिवर्तन कर लिया है। शनि ने अपनी ही राशि मकर में रहते हुए ही यह नक्षत्र परिवर्तन किया है। अब शनि देव श्रवण नक्षत्र में रहेंगे, इससे पहले ये उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में थे। वहीं इस वर्ष शनि का कोई गोचर नहीं होगा।
अब तक ये उत्तराषाढ़ा नक्षत्र जिसके देवता सूर्य हैं, में यात्रा कर रहे थे, इसलिए बहुत विषम स्थिति निर्मित नहीं हो रही थी, लेकिन अब ये श्रवण नक्षत्र जिसके स्वामी चन्द्रमा हैं में प्रवेश कर लिया है। ऐसे में कहीं न कहीं शनि और चंद्र के इस संयोग का ‘विष योग’ जैसा प्रभाव दिख सकता है ।
शनि को न्याय का देवता कहा जाता है। इसलिए शनि के नक्षत्र परिवर्तन से विभिन्न राशियों से प्रभाव पड़ेगा। इस परिवर्तन से 6 राशियों के लिए बहुत ही शुभ समय है।
शनिदेव का राशियों पर प्रभाव
ऐसे में शनि के इस परिवर्तन से मेष, कर्क. वृश्चिक, वृष, कन्या और धन राशि के लोगों को फायदा होगा। वहीं मिथुन, तुला, कुंभ, सिंह मकर और मीन राशि के लोगों को थोड़ा सतर्क रहना होगा।
इस दौरान मेष, कर्क. वृश्चिक, वृष, कन्या और धन इन 6 राशि के लोगों को धन लाभ हो सकता है। नौकरी और व्यापार में लाभ होगा। इन लोगों को जीवन में सुख -समृद्धि मिलेगी।
शनिदेव का वर्ष 2021 में कोई राशि परिवर्तन नहीं है। इस वर्ष शनि मकर राशि में ही गोचर करेंगे। शनिदेव सिर्फ इस वर्ष नक्षत्र परिवर्तन करेंगे। इस समय शनि उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में थे लेकिन अब उन्होंने परिवर्तन कर लिया है।
साढ़ेसाती और शनि की ढैय्या
मिथुन, तुला राशि पर शनि की ढैय्या चल रही है। वहीं धनु, मकर और कुंभ राशि पर इस समस शनि की साढ़ेसाती चल रही है। इसलिए इन 5 राशियों को अधिक सावधान रहने की जरूरत है।
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