कृषि कानूनों के विरोध में कांग्रेस का प्रदर्शन
भोपाल. नए कृषि कानूनों के खिलाफ कांग्रेस लगातार सडक़ पर है। भोपाल में कांग्रेस ने किसानों के समर्थन में प्रदर्शन किया। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस नेता, कार्यकर्ता और किसान बड़ी संख्या में जवाहर चौक पहुंचे। यहां से उन्होंने राजभवन की ओर कूच किया। राजभवन घेरने निकले कांग्रेस नेता और कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोशनपुरा चौराहे से पहले बैरीकेट लगाकर रोक लिया। कार्यकर्ताओं ने बैरीकेड तोडकऱ आगे जाने की कोशिश की। इस प्रदर्शन में महिलाएं भी शामिल रहीं। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग किया, वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। लाठी चार्ज में कई कार्यकर्ताओं को चोटें आईं।
प्रदर्शन में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति, पूर्व पीसीसी अध्यक्ष सुरेश पचौरी और अरुण यादव और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा,जीतू पटवारी समेत कई नेता मौजूद थे। पुलिस ने दिग्विजय सिंह, जयवद्र्धन सिंह, पीसी शर्मा,कुणाल चौधरी समेत करीब 20 नेताओं को गिरफ्तार कर सेंट्रल जेल भेज दिया।
कांग्रेस जारी रखेगी आंदोलन :
राजभवन कूच करने से पहले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि केंद्र ने किसानों के लिए काले कानून बनाए हैं, मैंने अपने समय में किसानों के लिए केंद्र सरकार से लड़ाई लड़ी थी। क्या दिल्ली में बैठे किसानों में बुद्धि नहीं है, कि वे क्या कर रहे हैं। ये कानून अमल में आए तो मंडियों को बड़े-बड़े उद्योगपति अपनी चपेट में ले लेंगे। उन्होंने कहा कि किसान उद्योगपतियों का बंधुआ मजदूर बन जाएगा। कांग्रेस ने ऐलान किया है कि जब तक किसानों के मुद्दे पर केंद्र सरकार कोई फैसला नहीं करती, तब तक वो अपना आंदोलन जारी रखेगी।
महिला और मीडियाकर्मियों पर भी लाठीचार्ज :
कमलनाथ ने कहा कि मैं पुलिस के बल प्रयोग की निंदा करता हूं। किसानों के समर्थन में भोपाल में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हजारों किसान भाइयों व कांग्रेसजनों पर शिवराज सरकार के इशारे पर किये गये बर्बर लाठीचार्ज, आंसू गैस व वाटर केनन छोड़े जाने की व गिरफ्तारी की कड़ी निंदा करता हूँ। इस लाठीचार्ज में कई किसान भाइयों, कांग्रेसजनों , महिलाओं व मीडिया के साथियों को चोटें आयी हैं। उनके स्वस्थ होने की कामना करता हूँ। किसानो के समर्थन में हमारा संघर्ष जारी रहेगा, हम ऐसे दमन से डरने-दबने वाले नहीं है। वहीं इस प्रदर्शन के बाद पीसीसी में सज्जन सिंह वर्मा, एनपी प्रजापति, विजयलक्ष्मी साधौ और नरेंद्र सलूजा ने प्रेस कान्फ्रेंस करते हुए कहा कि सरकार के इशारे पर किसानों , महिलाओं , कांग्रेसजनों व मीडिया कर्मियों पर बर्बर तरीके से लाठीचार्ज किया गया। वर्मा ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ता जब वापस जाने लगे तो पुलिस ने पीछे से आकर लाठियां बरसाईं, महिलाओं को पकडकऱ खींचा गया। इसमें कई महिला नेता घायल हुईं।
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