लॉकडाउन में पति-पत्नी के बीच वो का काम कर रहा मोबाइल
भोपाल : कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए प्रदेश में लॉकडाउन चल रहा है लेकिन इस लॉकडाउन ने घरों में नई समस्या पैदा कर दी है। एक छत के नीचे चौबीसों घंटे रह रहे पति-पत्नी के बीच झगड़े बढ़ गए हैं। इन झगड़ों का कारण बन रहा है मोबाइल फोन। पति-पत्नी के बीच मोबाइल वो का काम कर रहा है। वर्क फ्रॉम होम कर रहे पति का पूरा दिन पत्नी की जगह मोबाइल के साथ गुजरता है। वहीं पति का मोबाइल का पासवर्ड बदलना भी कलह पैदा कर रहा है। इन कारणों से घर में शांति की जगह अशांति पैदा हो गई है। कोरोना के कारण कुंटुंब न्यायालय में नए मामले लेना बंद हैं इसलिए इनके काउंसलर के पास रोजाना मोबाइल के कारण इस तरह के घरेलू झगड़ों के पांच से दस मामले पहुंच रहे हैं। पिछले एक महीने में भोपाल के कुटुंब न्यायालय के वकील और काउंसलरों के पास अलग-अलग शहरों के तीन सौ से ज्यादा मामले आ चुके हैं।
इस तरह की आ रहीं शिकायतें :
- भोपाल में रहने वाली महिमा ने शिकायत की है कि उनके पति दिन भर घर में मोबाइल से चिपके रहते हैं। सोशल साइट्स पर दिन भर चैटिंग करते हैं। न उनकी मदद करते हैं और न घर के काम में हाथ बंटाते हैं उल्टे वेटर की तरह पूरे दिन खाने-पीने की मांग करते हैं। फोन देखने जाओ तो तत्काल बंद कर लेते हैं।
- सीहोर की शालिनी कहती हैं कि जब पति दफ्तर जाते थे तो उनका फोन घर में कहीं रखा रहता था, उसका पासवर्ड भी मुझको पता था लेकिन जब से लॉकडाउन लगा है तब से उन्होंने अपने फोन और लैपटॉप का पासवर्ड बदल लिया है। दिन भर अपनी महिला मित्रों से चैटिंग करते हैं, जरा सा काम बोले तो व्यस्तता का बहाना बनाते हैं,लेकिन किसी लडक़ी का फोन आता है तो घंटों बातें करते रहते हैं।
- होशंगाबाद की शिवानी कहती हैं कि मैं एक वर्किंग वूमेन हंू, प्राइवेट कंपनी में जॉब करती हंू और वर्क फ्रॉम होम मुझे भी करना होता है। लेकिन पतिदेव की अपेक्षा रहती है कि घर का सारा काम मैं करुं और फिर अपना काम करुं, जबकि वे दिन भर टीवी देखते रहते हैं। इन बातों को लेकर झगड़ा बढ़ गया है।
लॉकडाउन में गुस्से का चढ़ता पारा :
कुंटुंब न्यायालय भोपाल की वकील और काउंसलर सरिता राजानी कहती हैं कि लॉकडाउन के बाद से पति-पत्नी के बीच आपसी झगड़ों की शिकायतें बहुत बढ़ गई हैं। इन शिकायतों का सबसे बड़ा कारण मोबाइल है। पति काम में हाथ नहीं बंटाते और दिन भर मोबाइल पर रहते हैँ जिससे पत्नियां चिढऩे लगी हैं। महिलाएं शिकायतें कर रही हैं कि पति बच्चों के सामने झगड़ा करते हैं, दिन भर उनको चाय-कॉफी चाहिए, उनका फोन उठा लो तो पारा सातवें आसमान पर पहुंच जाता है। हर दिन मोबाइल का पासवर्ड बदल देते हैं। अभी कुंटुंब न्यायालय बंद है इसलिए वे इन समस्याओं को सुलझा रही हैं। रोजाना पांच घंटे वे इस तरह के मामलों को सुलझाने में देती हंै। हर दिन पांच से दस मामले इन्हीं शिकायतों के होते हैं। पिछले एक महीने में 250-300 शिकायतें इस तरह की आ चुकी हैं।
पति-पत्नी के बीच प्यार की लक्ष्मण रेखा :
सरिता ने कहा कि हमने मोबाइल को लेकर पति-पत्नी के झगड़ों को सुलझाने के लिए दोनों के लिए गाइडलाइन यानी लक्ष्मण रेखा तैयार की है। घर में शांति के लिए पति-पत्नी दोनों को आपसी समन्वय से काम करना होगा। पति अपने काम का समय तय करें और पत्नी को भी समय दें। छोटे-छोटे घरेलू कामों में उनका हाथ बंटाएं, थोड़ी देर बाद महिला खुद ही मना कर देगी। यदि पत्नी वर्किंग वूमन है तो पति हाउस हसबैंड भी बन सकते हैं, सप्ताह में एक दिन तो ये प्रयोग किया ही जा सकता है। बच्चों के सामने बिल्कुल भी लड़ाई न करें। घर में अच्छे माहौल के लिए पत्नी का विश्वास जीतें और फोन को हमेशा सीने से लगाना छोड़ दें, पत्नी अपने आप फोन देखना बंद कर देगी। यदि पति-पत्नी इस तरह एक दूसरे का सहयोग करेंगे तो ये संकट का समय हंसते-हंसते बीत जाएगा। सरिता बताती हैं कि लोग उनकी इन बातों को अपना रहे हैं और बाद में फोन कर धन्यवाद भी दे रहे हैं।
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