शिकंजे में पूर्व मंत्रीः आत्महत्या के तीन दिन पहले उमंग और सोनिया में हुई थी बहस
भोपाल। धार के गंधवानी से कांग्रेस विधायक व पूर्व मंत्री उमंग सिंघार के निजी बंगले पर उनकी महिला मित्र सोनिया भारद्वाज की आत्महत्या के मामले में नया खुलासा हुआ है। पुलिस ने नौकर के हवाले से कहा है कि शाहपुरा स्थित बंगले में 13 मई को सिंघार और सोनिया के बीच किसी बात पर बहस हुई थी। इसके बाद सिंघार बंगले से चले गए थे। 16 मई को सोनिया ने खुदकुशी कर ली थी।
पुलिस का दावा है कि दोनों के बीच विवाद के पुख्ता प्रमाण मिल चुके हैं। सोनिया ने भी सुसाइड नोट में पूर्व मंत्री (formar minister) के खिलाफ इबारत लिखी है, जिसे आत्महत्या के लिए प्रेरित करने के प्रकरण में आधार के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है।
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इधर, पुलिस ने सोनिया के बेटे आर्यन को नोटिस जारी किया है। इसमें लिखा है कि वह सोनिया की ओर से हाथ से लिखा हुआ कोई भी दस्तावेज पुलिस के समक्ष पेश करे, ताकि हैंडराइटिंग का मिलान कराया जा सके। इससे पहले पुलिस ने शाहपुरा में सिंघार के बंगले, अंबाला स्थित सोनिया के घर से दस्तावेज बरामदगी का प्रयास किया था।
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बेटे ने सीएम को लिखा पत्र
सोनिया के बेटे आर्यन ने सीएम शिवराज सिंह चौहान (cm shivraj singh chauhan) को पत्र लिखा है। उसने कहा है कि राजनीति फायदा लेने के लिए सिंघार को पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोपी बना दिया है, लेकिन वह मां की मौत का राजनीतिक फायदा किसी को नहीं लेने देगा। आर्यन ने लिखा है कि 17 मई को पुलिस ने उनके बयान लिए थे। इसमें उसने कहा था कि मां और उमंग के अच्छे रिश्ते थे। पुलिसने उसके दोबारा बयान भी लिए। इस बार उसे मानसिक और मौखिक तौर पर प्रताड़ित किया गया। आर्यन ने सीएम से हस्तक्षेप की मांग की है।
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