अच्छी खबर: सतपुड़ा टाइगर रिजर्व और भेड़ाघाट यूनेस्को की सूची में शामिल
भोपाल। कोरोना के संकट काल में एक अच्छी खबर आई है। विश्ल धरोहर की सूची में मध्यप्रदेश के दो बड़े पर्यटन स्थलों को भी यूनेस्को ने अपनी सूची में शामिल किया है। अब जबलपुर का भेड़ाघाट-लम्हेटा घाट और सतपुड़ा टाइगर रिजर्व भी यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों की सूची (unesco world heritage sites) में आ गए हैं। केंद्रीय पर्यटन मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल एवं मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (cm shivraj singh chauhan) ने इसे मध्यप्रदेश के लिए गौरवपूर्ण उपलब्धि बताया है।
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मध्यप्रदेश टाइगर स्टेट, लेपर्ड स्टेट, घड़ियाल स्टेट के साथ ही गिद्ध स्टेट के लिए भी दुनियाभर में चर्चा का विषय है। मध्यप्रदेश अपनी खूबसूरती के साथ ही कई विश्व प्रसिद्ध धरोहरों के लिए भी जाना जाता है। यूनेस्को ने प्रदेश के नर्मदा घाटी में स्थित भेड़ाघाट-लम्हेटा घाट और सतपुड़ा टाइगर रिजर्व को प्राकॉतिक श्रेणी की संभावित सूची में शामिल किया है। अगले चरण में इन स्थलों का नॉमिनेशन डॉजियर यूनेस्को की ओर से निर्धारित प्रक्रिया के तहत भेजा जाएगा। यूनेस्को ने इन दोनों स्थलों का डिस्क्रिप्शन भी अपनी वेबसाइट पर जारी किया है।
यूनेस्को की सूची में
नर्मदा घाटी में भेड़ाघाट का सौंदर्य
बाघों का घर सतपुड़ा टाइगर रिजर्व
शिवराज बोले- यह गौरवपूर्ण उपलब्धि
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट संदेश मे कहा है कि यूनेस्को (UNESCO) विश्व धरोहर की संभावित सूची में मध्यप्रदेश (MadhyaPradesh) के भेड़ाघाट और सतपुड़ा टाइगर रिजर्व का शामिल होना हमारे लिए गर्व और सम्मान की बात है। मध्यप्रदेश के समस्त नागरिकों को इस गौरवपूर्ण उपलब्धि के लिए शुभकामनाएं।
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एक नजर
-मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड ने इन दोनों ही स्थलों को यूनेस्को की विश्व धरोहरों की संभावित सूची में सम्मिलित करने का प्रस्ताव भारत सरकार के एएसआई डायरेक्टर को इसी साल 9 अप्रेल को भेजा था। भारत सरकार का एएसआई ऐसा नोडल विभाग है जो उक्त प्रस्ताव को भेज सकता है।
-एमपी टूरिज्म बोर्ड ने प्रदेश के संभावित स्थलों की पहचान का कार्य देहरादून के डब्ल्यूआइआइ को सौंपा था। एक साल के विश्लेषण और फील्ड वर्क के दौरान ऐसे स्थलों की पहचान हुई और तथ्यों की जांच पड़ताल के साथ ही तीन कार्यशालाएं आयोजित की गईं। यह कार्यशालाएं भोपाल, ऋषिकेश और पचमढ़ी में हुई थीं।
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