जमीअत-उलेमा-ए-हिंद के उपाध्यक्ष मुफ्ती अब्दुल रज्जाक साहब का निधन, जनाज़े में भीड़ न हो इसलिये मैदान में उतरे DIG और कलेक्टर
भोपाल/ मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के सबसे पुराने और बड़े मदरसे मस्जिद तर्जुमा वाली के संस्थापक संचालक और मुस्लिम समुदाय के मध्य प्रदेश के मुफ्ती-ए-आजम अब्दुल रज्जाक साहब का बुधवार रात निधन हो गया। बताया जा रहा है कि, वो पिछले कई महीनों से बीमार थे। मुफ्ती रज्जाक के इंतकाल की खबर लगते ही शहर में शोक का माहौल है। गुरुवार दोपहर 12 बजे उनके जनाजे की नमाज अदा की गई। इससे पहले लोग उनके जनाजे में शामिल होने के लिए जमा होने लगे। मामले की गंभीरता को देखते हुए, जहां कलेक्टर अविनाश लवानिया को तत्काल शहर के अधिकतर इलाकों को सील करना पड़ा। साथ ही भारी पुलिसबल के साथ डीआईजी इरशाद वली को खुद मैदान में आकर मोर्चा संभालना पड़ा।
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लोगों से घर में रहने की अपील
अब से कुछ ही देर के भीतर मुफ्ती अब्दुल रज्जाक को सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। लेकिन, इससे पहले ही कब्रिस्तान से लेकर उनके घर तक पहुंचने वाले इलाकों को जगह-जगह बेरीकेड्स लगाकर पूरी तरह सील किया गया है। इसके साथ ही, डीआईजी इरशाद वली और कलेक्टर अविनाश लवानिया खुद मैदान में उतरकर लोगों को कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए अपने-अपने घरों में रहने की अपील कर रहे हैं। इस दौरान दोनो ही अधिकारी इस बात के सख्त निर्देश देते हुए भी नजर आए कि, अगर जो व्यक्ति नियमों का पालन नहीं करता, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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स्वतंत्रता सेनानी थे मुफ्ती अब्दुल रज्जाक साहब
मुफ्ती अब्दल रज्जाक साहब भोपाल में स्थित सबसे पुराने और बड़े दीनी मदरसे के संचालक होने के साथ साथ मध्य प्रदेश के मुफ्ती-ए-आजम भी थे। शहर और प्रदेश ही नहीं बल्कि देशभर के कई शहर काजी, मुफ्ती और आलिम उनके शागिर्द (छात्र) रहे हैं। मुफ्ती अब्दुल रज्जाक स्वतंत्रता सेनानी भी थे और देश की आजादी के लिये उन्होंने कई बड़े योगदान दिये। रज्जाक साहब को सिर्फ दीनी ही नहीं बल्कि सियासी और सामाजिक वर्ग में भी बड़ा सम्मान हासिल था। उनकी नमाज ए जनाजा और दफन का वक्त पहले दोपहर 2 बजे तय किया गया था, लेकिन अधिक लोगों के जनाजे में शामिल होने के संदेह के चलते अपने तय समय से 2 घंटे पूर्व 12 बजे ही नमाजे जनाजा अदा करनी पड़ी।
शहर के इन मार्गों किया गया सील
कोरोना संक्रमण के चलते शहर में लगे कर्फ्यू का उल्लंघन न हो, इसके लिये कलेक्टर अविनाश लवानिया द्वारा त्तकाल शहर के कई इलाकों को बेरीकेडिंग कर सील किया गया है। इनमें भोपाल टाकीज, शाहजहानाबाद, सिंधी कॉलोनी, भारत टाकीज, बुधवारा, इतवारा, काली मंदिर, कमला पार्क, कोहेफिजा आदि इलाकों को सुबह ही बंद कर दिया गया था। साथ ही, इन इलाकों में पुलिस का सख्त पहरा भी लगाया गया है। ताकि, यहां से आवाजाही न की जा सके। इसके अलावा, आमजन को डायवर्ट मार्ग से गुजरने की व्यवस्था की गई है।
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बदलना पड़ा समय और नमाज का स्थान
लॉक डाउन के हालात और कर्फ्यू की पाबंदियों के बीच लोगों के जमने की संभावना को देखते हुए मुफ्ती के परिजन ने ऐन वक्त पर कार्यक्रम में बदलाव कर दिया है। पहले तय समय दोपहर दो बजे की बजाय अब नमाज दोपहर 12 बजे अदा की जाएगी। ये इकबाल मैदान की बजाय अब तर्जुमा वाली मस्जिद में ही अदा की जाएगी। दफनाने के लिए भी कम संख्या में लोगों को शामिल होने की हिदायत दी जा रही है।
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