चैन्नई की कंपनी बनाए मेट्रो स्टेशन, सितंबर 2023 में एम्स से सुभाष ब्रिज के बीच बैठ सकेंगे मेट्रो में
- मुख्यमंत्री ने एम्स से सुभाष ब्रिज तक आठ मेट्रो स्टेशन के लिए किया भूमिपूजन
- 426 करोड़ रुपए में 22 माह में पूरा होगा काम
- सभी मेट्रो स्टेशन सौलर एनर्जी से होंगे रोशन
- रानी कमलापति रेलवे स्टेशन को जोडऩे वाला मेट्रो टे्रन स्टेशन का नाम भी कमलावति के नाम पर ही होगा
- 6941.40 करोड़ रुपए से बनेंगे मेट्रो के शुरुआती कॉरीडोर
- एम्स से सुभाष नगर के बीच 6.22 किमी में 2023 में दौड़ेगी मेट्रो
- पांच से सात हजार लोगों को इससे रोजगार मिलने का दावा
- मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट के तत 692.51 करोड़ रुपए के टेंडर किए जा चुके हैं
भोपाल. मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट के तहत एम्स से सुभाष नगर ब्रिज के आठ स्टेशनों के लिए मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने शुक्रवार को एम्स के गेट नंबर 3 के सामने भूमिपूजन किया। आठ मेट्रो स्टेशन के लिए 426.67 करोड़ रुपए में चैन्नई की यूआरसी कंपनी को काम दिया है। ये मेट्रो ट्रेन स्टेशन नवीनकरणीय ऊर्जा के तहत सोलर एनर्जी से ही रोशन होंगे। इसके लिए एमपीपीटीसीएल काम करेगी। यहां भूमिपूजन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने स्पष्ट किया कि मेट्रो ट्रेन स्टेशनों में कोयले की बिजली का उपयोग नहीं होगा। उन्होंने कहा, सितंबर 2023 में शहरवासी मेट्रो ट्रेन में यात्रा का आनंद ले पाएंगे। उन्होंने कहा, एम्स अस्पताल के स्टॉफ के साथ ही ईलाज कराने वालों के लिए ये एक बड़ी सौगात है।
पहले चरण में 30 किमी की कुल दो लाइन बनना है और इसमें से 14 किमी से अधिक गोविंदपुरा विधानसभा में ही बनेगी। पहले चरण में पर्पल कॉरीडोर 16.74 किमी का है, जबकि रेड कॉरीडोर 14.21 किमी का बनेगा। इसमे 3.39 किमी भूमिगत लाइन होगी, जबकि 13.35 किमी एलिवेटेड यानि जमीन से उपर पीलर पर बनाई लाइन होगी। रेड कॉरीडोर में 14 स्टेशन रहेंगे, जबकि पर्पल में 16 मेट्रो स्टेशन बनेंगे। इसमें किराया वसूली का ऑटोमेटिक सिस्टम होगा। विज्ञापन और स्टेशन की दुकान आय का बड़ा जरिया रहेंगे।
मुख्यमंत्री बोले, जल्द आएगा भोपाल मास्टर प्लान
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहन ने कहा, भोपाल का मास्टर प्लान तैयार है। जल्द ही इसे जनता के सामने लेकर आएंगे। भोपाल का विकास को सही दिशा दी जा रही है। गौरतलब है कि मास्टर प्लान ड्राफ्ट 2031 बनकर तैयार है, लेकिन उसे लागू नहीं किया जा रहा। अब मुख्यमंत्री जल्दी ही प्लान लागू करने की बात कह रहे हैं।
मुख्यमंत्री के बोल
- हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर रानी कमलापति रखा है। इससे शहर की पहचान बदली है। नवाबों के अलावा भी शहर का इतिहास है, ये पता चला है।
- लोगों को मेट्रो को सफेद हाथी बताया था, लेकिन मुझे विश्वास है कि मेट्रो भोपाल में सफल होगी।
- मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट से पांच से सात हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।
- विधायक रामेश्वर शर्मा से कहा, बैरागढ़ में भी मेट्रो बनवाएंगे।
- शहर को स्लम मुक्त करने की बात कही, लेकिन अफसरों से कहा, झुग्गी- गुमठी वालों को ध्यान में रखकर योजनाएं बनाएं।
- माफियाओं को तबाह करेंगे। इसके लिए जिला प्रशासन को कहा है।
सावरकर ब्रिज के गमले तोडऩे वालों से मुख्यमंत्री नाराज, पुलिस को दिए कार्रवाई के निर्देश
सावरकर ब्रिज पर अलसुबह गमले तोडक़र पौधे ले जाने वालों से मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान काफी नाराज है। चौहान ने मेट्रो स्टेशन भूमिपूजन कार्यक्रम में इस घटना पर बेहद आपत्ति जताई। यहीं से पुलिस को निर्देश दिए कि दोषियों को हर हाल में सामने लाएं और उन्हें कड़ी सजा दें, ताकि ऐसी घटनाएं न हो। गौरतलब है कि दो दिन पहले ब्रिज के सेंटरवर्ज पर सुंदरता बढ़ाने रखे गमले असामाजिक तत्वों ने तोड़ दिए। इसपर पत्रिका ने विस्तृत खबर प्रकाशित की थी।
मुख्यमंत्री ने दिलाए चार संकल्प
- कोरोना गाइडलाइन का पालन करेंगे।
- सब्सिडी में बिजली मिल रही है, इसका जरूरत पर ही उपयोग करेंगे।
- जिम्मेदार नागरिक बनेंगे और शहर की सुंदरता को बढ़ाने के साथ ही ऐसे कामों को बचाने का काम करेंगे।
- अपने जन्मदिन, सालगिरह पर पौधा रोपेंगे।
जनवरी 2022 में शुरू होगा सुभाष नगर मेट्रो डिपो का काम
मेट्रो ट्रेन के सुभाष नगर में प्रस्तावित मेट्रो डिपो का काम करने एजेंसी तय कर दी है। जनवरी 2022 में डिपो का निर्माण भी शुरू कर दिया जाएगा। यहीं मेट्रो रेल के कोच का रखरखाव भी होगा। इसके साथ ही सिग्रलिंग सिस्टम स्थापित करने के लिए भी एजेंसी तय की जा रही है।
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