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कोरोना के कारण बंद स्कूलों के लिए शिक्षा विभाग का बड़ा फैसला

भोपाल. कोरोना संक्रमण के चलते तकरीबन डेढ़ साल तक स्कूलों में ताले लगे रहे. इस वजह से दो सत्रों से वार्षिकोत्सव का आयोजन भी नहीं किया गया. जानकारी के मुताबिक अब सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए पूर्व छात्रों को स्कूलों से जोडऩे के लिए उन्हें वार्षिकोत्सव में बतौर अतिथि आमंत्रित करने का फैसला लिया है. इस कार्यक्रम वे सभी विद्यार्थियों से रू-ब-रू होंगे और अपनी सक्सेस स्टोरी बताएंगे.

सरकारी स्कूलों में पढकऱ अलग-अलग क्षेत्रों में बेहतर मुकाम हासिल करने वाले पूर्व छात्रों को स्कूलों से जोडऩे की कवायद शुरू की जाएगी. इसका उद्देश्य स्कूलों में अध्ययनरत विद्यार्थियों को पूर्व छात्रों की सफलता की कहानी से रूबरू कराने के साथ ही प्रोत्साहित करना है. हाल ही में स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने पूर्व छात्रों को स्कूलों से जोडऩे की बात कही थी.

हाई स्कूल और हायर सेकंडरी स्कूलों के प्राचार्यों के कार्यक्रम में स्कूल शिक्षा मंत्री द्वारा यह मंशा जताने के बाद अब स्कूल शिक्षा विभाग ने इस दिशा में काम शुरू किया है. जल्द ही इस संबंध में निर्देश जारी किए जाएंगे. वार्षिकोत्सव कराने के साथ ही इसमें पूर्व छात्रों को आमंत्रित किया जाएगा जिन्होंने कोई विशेष उपलब्धि हासिल की है.

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प्राचार्य बनाएंगे पूर्व छात्रों की सूची
जानकारी के मुताबिक हाई और हायर सेकंडरी स्कूुल के प्राचार्य पूर्व छात्रों की सूची तैयार करेंगे। इसमें ऐसे लोगों को चिह्नित किया जाएगा, जो अपने-अपने क्षेत्र में बेहतर स्थिति में हैं। सूची बनने के बाद इन सभी से संपर्क किया जाएगा।

नई शिक्षा नीति में विद्यार्थियों को रोजगार से जोडऩे पर ध्यान केंद्रित किया गया है। इसके तहत विद्यार्थियों की क्षमता और रुचि के मुताबिक प्रोफेशनल्स कोर्स में भी दक्ष किया जाना है। ऐसी स्थिति में विभिन्न क्षेत्रों में सफल उद्यमियों, प्रोफसनल्स के मदद की भी दरकार होगी। पूर्व छात्रों को स्कूलों से जोडऩे से बेहतर संपर्क स्थापित हो सकेंगे। इसके अलावा पूर्व छात्रों की मदद से स्कूलों में नई तकनीक का इस्तेमाल भी सुनिश्चित हो सकेगा।

नवोदय विद्यालय में जुटते हैं पूर्व छात्र
मानव संसधान विकास मंत्रालय की पहल पर देशभर में फैले नवोदय विद्यालयों के पूर्व छात्र हर साल दिसंबर महीने के दूसरे रविवार को स्कूलों में जुटते हैं। इससे यहां पढऩे वाले छात्रों को बेहतर गाइडेंस के साथ ही अन्य जरूरी जानकारियां मिलती हैं।

प्रेरणादायी सक्सेस स्टोरी से विद्यार्थी अपने उद्देश्य को लेकर केंद्रित होते हैं। पूर्व छात्र भी स्कूलों में सुविधाओं को बेहतर करने में यथासंभव मदद करते हैं। भोपाल स्थित उत्कृष्ट विद्यालय के पूर्व छात्र भी समय-समय पर स्कूल पहुंचकर विद्यार्थियों से बात करते हैं। इस पूरी कवायद का उद्देश्य विद्यार्थियों को भविष्य निर्माण के लिए तैयार करना है।



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