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अक्षय तृतीया पर गुरु अस्त; व्यापारी पस्त, 300 करोड़ का कारोबार प्रभावित

भोपाल. हर साल अक्षय तृतीया पर जमकर शादियां होती हैं। लेकिन, इस बार ऐसा नहीं है। शादियों के इस महामुहूर्त पर 22 अप्रेल को गुरु अस्त का रोड़ा है। इस वजह से शादियों के मुहूर्त नहीं हैं। हालांकि, अबूझ मुहूर्त में कुछ शादियां होंगी। लेकिन वह रौनक नहीं होगी। कारोबार भी उम्मीद के मुताबिक नहीं होगा। इसलिए व्यापारी भी परेशान हैं।

300 करोड़ से ज्यादा का कारोबार प्रभावित
महामुहूर्त पर शादियों का रेला न होने से मैरिज गार्डन, बैंड, कैटर्स आदि के व्यापारी परेशान है। इस वजह से मुहूर्त पर होने वाला करीब 300 करोड़ का कारोबार प्रभावित होगा। मैरिज गार्डन वालों का कहना है कि इस बार मुर्हूत में 3 लाख से ज्यादा की कोई बुकिंग नहीं है। इसी तरह कैटर्स और बैंड वाले भी परेशान हैं।
कमाई का यह गणित
अमूमन, हर साल अक्षय तृतीया के शुभ मुहूर्त पर करीब 1500 शादियां होती हैं। एक शादी में औसत पंद्रह से बीस लाख का खर्च आता है। कुछ शादियां तो पचास लाख और एक करोड़ तक जाती हैं। इस तरह एक ही दिन के लिए करोड़ों का वारा-न्यारा होता है।
बिन मुहूर्तों का अप्रेल
यूं तो गर्मी के सीजन में अप्रेल माह में शादियों की धूम रहती है। लेकिन लंबे समय बाद अप्रेल का महीना बिना मुहूर्त के गुजर रहा है। पहले खरमास और फिर गुरु अस्त के कारण विवाह मुहूर्त नहीं है। गुरु का उदय 29 अप्रेल को होगा। ऐसे में शादियों का सिलसिला भी मई माह में शुरू होगा। मई और जून माह में जमकर शादियां हंै।
विवाह के लिए गुरु-शुक्र का उदित होना जरूरी
विवाह कार्यों में गुरु और शु्रक्र दोनों ही का उदित होना जरूरी है। गुरु और शुक्र बल देखकर ही विवाह कार्य होते हैं। पं. विष्णु राजौरिया का कहना है कि गुरु सुखमय दाम्पत्य जीवन देते हैं, इसी प्रकार शुक्र दाम्पत्य जीवन में सुख-समृद्धि, सुविधाएं देते हैं।
इनका कहना है.........
एक भी बुकिंग नहीं
हर साल अक्षय तृतीया पर काफी बुकिंग होती रही है। यहां तक की लोगों को वापस करना पड़ता था। लेकिन इस बार इस दिन एक भी बुकिंग नहीं है। हालांकि, मई की कई तारीखें हमारे पास बुक है।
महेंद्र यादव लाला, शादी हॉल संचालक
सीजन ही खाली गया
लंबे समय बाद इस बार अक्षय तृतीया के मुहूर्त पर बुकिंग नहीं है। जबकि हर साल महीनों पहले बुकिंग हो जाया करती थी। अप्रेल का सीजन इस बार खाली जा रहा है। क्योंकि पूरे महीने मुहूर्त ही नहीं है।
रिंकू भटेजा, चेयरमैन, भोपाल टेंट लाइट कैटर्स एसोसिएशन
इस तरह असर
मैरिज हॉल-300
बैंड वाले- 110
कैटर्स-400
फूल सजाने वाले-100
टेंट कारोबारी-1000
(सभी के आंकड़े अनुमानित)



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