बुंदेलखंड की सियासी नब्ज टटोलेंगे नाथ और दिग्विजय
भोपाल। सत्ता वापसी के लिए कांग्रेस ने विधानसभा क्षेत्रों की जमीनी हकीकत देखना शुरू किया है। फोकस उन सीटों पर ज्यादा है, जहां से लगातार तीन-चार बार से हार का सामना करना पड़ रहा है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह बुंदेलखंड क्षेत्र की सियासी नब्ज टटोलेंगे। सिंह बैठकें करेंगे, तो नाथ सभा को संबोधित करेंगे।
बुदेलखंड क्षेत्र की कई सीटें भाजपा का गढ़ हैं। सागर जिले की रहली सीट से मंत्री गोपाल भार्गव लगातार आठ बार से विधायक हैं। खुरई सीट भी कांग्रेस के लिए अभेद्य किला मानी जा रही है। यहां से मंत्री भूपेंद्र सिंह विधायक हैं। सुरखी कांग्रेस की सीट थी, लेकिन गोविंद सिंह राजपूत के भाजपा में जाने से अब भाजपा के खाते में है। बीना, सागर, नरयावली सीट भी भाजपा के लिए मजबूत सीटों में मानी जाती हैं।
पांच दिन तक डेरा
दिग्विजय 10 अप्रेल को शमशाबाद, कुरवई, 11 को बीना, खुरई, 12 को सुरखी, सागर, 13 को नरयावली और 14 अप्रेल को हटा, पथरिया क्षेत्र के दौरे पर रहेंगे। वे मंडलम, सेेक्टर की बैठकें लेंगे। पदाधिकारियों से चर्चा करेंगे। कार्यकर्ता सम्मेलन में भी शामिल होंगे। कमलनाथ 20 को बीना क्षेत्र में जनसभा करेंगे।
ज्ञात हो कि बुंदेलखंड के सागर, दमोह, पन्ना, टीकमगढ़, निवाड़ी और छतरपुर में 26 विधानसभा सीटें आती हैं। 2018 के चुनाव में यहां भाजपा को 14, कांग्रेस को दस और बसपा व सपा ने एक.एक सीट जीती थी। इसमें सागर जिले की रहली सीट भाजपा का गढ़ बन चुकी है। यहां से गोपाल भार्गव लगातार आठ बार से जीत रहे हैं।
वहीं शनिवार देर शाम मप्र कांग्रेस की ओर से एक ट्वीट किया गया जिसमें लिखा कि- प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ जी के नेतृत्व से प्रभावित होकर बीजेपी के सदस्यों ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की।
"जय कांग्रेस, विजय कांग्रेस"
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