शिक्षा ही व्यक्ति को महान बनाती है, मोबाइल सबसे बड़ी बाधा है: सिद्धभाऊ - Web India Live

Breaking News

शिक्षा ही व्यक्ति को महान बनाती है, मोबाइल सबसे बड़ी बाधा है: सिद्धभाऊ


- सिद्धभाऊ ने लक्ष्मीदेवी विक्योमल और प्रेरणा किरण स्कूल में विद्यार्थियों को दिए परीक्षा पूर्व तैयारी के टिप्स 
भोपाल। लक्ष्मीदेवी विक्योमल शर्राफ एज्यूकेशनल सोसायटी गांधीनगर द्वारा संचालित लक्ष्मीदेवी विक्योमल शर्राफ उ.मा. विद्यालय एवं प्रेरणा किरण पब्लिक स्कूल गांधीनगर के कक्षा नवीं एवं दसवीं के विद्यार्थियों को परीक्षा पूर्व तैयारी के मार्गदर्शन हेतु कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ सिद्ध भाऊ ने गुरू नानक देवजी, संत हिरदारामजी एवं मां सरस्वती के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर एवं दीप प्रज्जवलन कर किया गया। प्रारंभ में सिद्ध भाऊ का स्वागत शाला के सचिव रमेश हिंगोरानी, योगेश हिंगोरानी एवं प्राचार्य द्वारा पुष्पगुच्छ भेंट कर किया गया। 
सिद्ध भाऊ ने कहा कि विद्यार्थी अपने माता-पिता एवं गुरू के प्रति सदैव कृतज्ञ रहें। तभी वे अपने लक्ष्य को प्राप्त कर पायेंगे। प्रार्थना में बढ़ी शक्ति है, नियमित रूप से अपने ईष्ट देव से रोज प्रार्थना कर विद्या का दान मांगें। परीक्षा का समय निकट आता जा रहा है इस समय परीक्षा की तैयारी में लग जाएं एवं मोबाईल, व्हाटसअप, फेसबुक व टी.वी. से दूर रहें। मोबाइल सबसे बड़ी बीमारी है, आज इस बीमारी से लगभग 70 प्रतिषत बच्चे ग्रसित है। किसी भी तरह से बच्चे मोबाइल से दूर रहे तभी पढ़ाई मे मन लगेगा। विद्यार्थी समय का महत्व समझें और अपनी दिनचर्या बनाएं एवं उसका पालन करे। सभी विषयों को समान रूप से महत्व दें। हर विषय का नियमित अभ्यास करें। बच्चे परीक्षा के लिए नोट्स बनाकर रखें एवं तैयारी करें। परीक्षा के एक दिन पहले नींद अच्छी लें, नहीं तो दूसरे दिन परीक्षा में बच्चों का स्वास्थ्य ही बिगड़ जाता है और परीक्षा सही से नहीं हो पाती है। भाऊ जी ने बच्चों को अखबार पढ़ने के लिए विशेष जोर दिया। भाऊ जी कहा कि अगर आप रोज अखबार पढ़ेंगे तो आपका सामान्य ज्ञान उच्च स्तर का होगा। बच्चों से बीच-बीच में प्रष्न पूछकर माता-पिता के त्याग के बारे में पूछा और बताया भी। बच्चे सकारात्मक सोच व मेहनत से टाॅपर बन सकते हैं। कईं बच्चों ने भी भाऊ जी से कुछ प्रश्न किये, जिनका भाऊ जी ने मार्गदर्शन दिया। एवं प्रष्न करने एवं प्रश्नों का उत्ती देने वाले बच्चों को पेन देकर पुरूस्कृत किया। एवं सभी विद्यार्थियों को किताबें मां ही है भगवान और कुल का कल है बेटियां नामक पुस्तक भी वितरित की।  
भाऊ जी ने बच्चों को बताया कि कई बच्च्चे 9वीं मे ध्यान नही देते है लेकिन 10वीं की जड़ 9वी है। बच्चे हर कक्षा में ध्यान से पढ़े तथा बच्चों को बताया की हर समस्या का समाधान होता है बच्चे घबराएं नहीं, हर समस्या के लिए अपनी शिक्षिका को बताएं एवं उसके लिए भगवान से प्रार्थना करें, कोई गलत कदम न उठाएं, यह समस्या का समाधान नहीं है।         

भाऊ जी ने कहा कि बच्चे परीक्षा के समय खान-पान का विषेष ध्यान रखें, नाश्ते में अंकुरित अनाज का सेवन करें, दिन के भोजन में प्याज व मूली, गाजर व सलाद का सेवन अवष्य करें। एवं रात को नारियल लें। खाना सुपाच्य एवं पौष्टिक होना चाहिए, जिससे स्वास्थ्य अच्छा बना रहेगा, और आप स्वस्थ रहेंगे तभी पढ़ाई में मन लगेगा। साथ ही भाऊ ने बच्चों को नियमित रूप से प्रतिदिन 10 मिनट रस्सी कूदने की सलाह दी, जिससे पूरा दिन शरीर में स्फुर्ति बनी रहेगी। कार्यक्रम में लगभग 450 विद्यार्थी एवं शिक्षक उपस्थित थें। कार्यक्रम का संचालन जयश्री ममतानी एवं आभार आरती कुलकर्णी ने किया।

No comments