मंत्री यादव बोले- भ्रष्टाचार ने रोकी बुंदेलखंड विकास की राह
भोपाल। कुटीर एवं ग्रामोद्योग व नवकरणीय ऊर्जा मंत्री हर्ष यादव ने कहा है कि बुंदेलखंड के विकास की राह भ्रष्टाचार ने रोकी है। पिछली सरकार के समय बुंदेलखंड पैकेज में जमकर भ्रष्टाचार हुआ। हमने विपक्ष में रहते हुए भी बुंदेलखंड की हमेशा आवाज उठाई है। अब सत्ता में हैं, तो बुंदेलखंड का विकास करेंगे। बुंदेलखंड में जिन अफसरों ने भ्रष्टाचार किया है, उन पर भी कार्रवाई की जाएगी।
यह बात उन्होंने मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में कही। उन्होंने विभागीय कामकाज की रिपोर्ट देते हुए कहा कि हमारी योजना बुंदेलखंड में सोलर पार्क बनाने की है। उन्होंने कहा कि हमने शुद्ध ऊर्जा का युद्ध शुरू किया है। इसके तहत नवकरणीय ऊर्जा पर फोकस किया जा रहा है। सौर ऊर्जा के नए प्लांट लाए जाएंगे। हम मध्यप्रदेश को ऊर्जा स्टोरेज का हॅब बनाएंगे। यादव ने कुटीर व ग्रामोद्योग के तहत दूसरे राज्यों में खोले जा रहे शोरूम की जानकारी भी दी। साथ ही रेशम संचालनालय के तहत होने वाली गड़बडि़यों पर कार्रवाई की बात कही।
यादव ने बताया कि प्रदेश में 8.5 मेगावाट क्षमता की सौर ऊर्जा परियोजनाएँ सफल सिद्ध हुई हैं। इसके अलावा 43 मेगावाट क्षमता की परियोजनाएं आकार ले रही हैं। अगले चार वर्ष में लगभग 500 मेगावाट की सोलर रूफ टॉप परियोजनाएं काम करना शुरू कर देंगी। उन्होंने कहा कि भोपाल नगर में बड़ी झील के पास ब्रिज और रिटेनिंग वॉल पर 500 किलोवाट क्षमता के सौर संयत्र की स्थापना की गई है।
संयंत्र के नजदीक करबला पम्प हाउस का संचालन सौर ऊर्जा से हो रहा है। इससे सालाना 40 लाख रूपये की बचत और लगभग 10 हजार वृक्षों के बराबर पर्यावरण संरक्षण संभव हुआ है। उज्जैन के वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट में भी सौर संयंत्र स्थापित किया गया है। विश्वविद्यालयीन भवनों, मेडिकल कॉलेजों और स्टेडियम तथा विभिन्न संस्थानों में सौर संयंत्र संचालित हैं। मण्डीदीप में करीब 600 उद्योगों का सर्वे किया गया है और विभिन्न ईकाइयों द्वारा 28 मेगावाट क्षमता का उत्पादन रेस्को मॉडल पर हो रहा है। पीलूखेड़ी और पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्रों में भी सोलर रूफटॉप परियोजनाओं के लिये उद्यमी आकर्षित हो रहे हैं।
रिन्यूएबल एनर्जी सर्विस (रेस्को) मॉडल पर कार्य प्रारंभ
नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री ने बताया कि राज्य सरकार ने रेस्को (रिन्यूएबल एनर्जी सर्विस कम्पनी) मॉडल में कार्य प्रारंभ किया है। परियोजना में देश में सबसे कम 1.38 रूपये यूनिट की दर की बिजली की उपलब्धता की भी सराहना हुई है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 2 लाख सोलर पम्प लगाए जाएंगे। अब तक 18 हजार सोलर पम्प लगाए जा चुके हैं। इस वर्ष 25 हजार सोलर पम्प लगाने का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि सोलर पम्प उपभोक्ताओं की शिकायतों को हल करने के लिये टोल फ्री कॉल सेंटर जल्द ही शुरू किये जा रहे हैं।
विनोबा भावे अंतर्राष्ट्रीय सोलर पम्प पुरस्कार
मध्यप्रदेश सरकार ने विनोबा भावे अंतर्राष्ट्रीय सोलर पम्प पुरस्कार स्थापित किया है, जो इस क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले देश को इंटरनेशनल सोलर अलाइंस के माध्यम से दिया जायेगा। प्रदेश में ई-व्हीकल के उपयोग को बढ़ाने के लिये सोलर चार्जिंग स्टेशन स्थापित होंगे। मध्यप्रदेश ऊर्जा विकास निगम के मुख्यालय में चार्जिंग स्टेशन की स्थापना की जा चुकी है।
रेशम उत्पादन से जुड़े 10 हजार परिवार
मंत्री यादव ने अपने प्रभार के कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग की गतिवधियों की जानकारी देते हुए कहा कि बंगलुरू, बनारस, कलकत्ता, हैदराबाद, नासिक और भागलपुर से रेशम धागा और अन्य सामग्री खरीदने के लिये आने वाले व्यापारियों की सुविधा के लिये होशंगाबाद के समीप मालीखेड़ी में इस वर्ष से केन्द्रीय भंडार शुरू किया गया है। अब प्रदेश के 8 ककून बैंक और 5 यार्न बैंक की सामग्री एक स्थान पर उपलब्ध हो गई है। उन्होंने बताया कि 10 हजार से अधिक परिवार को रेशम उत्पादन के क्षेत्र में स्थापित कराया गया है।
ई-रेशम पोर्टल पर पंजीयन सुविधा
किसानों को रेशम उत्पादन से जोड़ने के लिये ई-रेशम पोर्टल पर पंजीयन की सुविधा प्रदान की गई है। इस पोर्टल पर किसान 20 दिसम्बर तक पंजीयन करवा सकते हैं। यादव ने कहा कि छिन्दवाड़ा और सागर में रेशम कार्यालय शुरू किये गये हैं। छिन्दवाड़ा, इंदौर, नरसिंहपुर और बैतूल जिले में रेशम धागाकरण की इकाइयों के लिये 4 नई रीलिंग मशीन लगाने की कार्यवाही शुरू की गई है।
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