रेत ठेकेदार बोले- पुलिस एक बार टेररिस्ट को पकडऩे चूक कर देगी, लेकिन रेत के ट्रक नहीं छोड़ती
भोपाल। रेत खदान लेने के बाद पहली बार प्रदेश के सभी ठेकेदार मंगलवार को विभाग के मंत्री प्रदीप जायसवाल से मिले। ठेकेदारों ने मंत्री से रेत के उत्खनन और परिवहन से पुलिस की दखलंदाजी बंद करने की गुजारिश करते हुए कहा कि पुलिस एक बार टेररिस्ट को पकडऩे में चूक कर देगी, लेकिन रेत ट्रक नहीं छोड़ती है। ठेकेदारों ने कहा, पुलिस किसी भी वाहन को तब तक नहीं पकड़े जब तक खनिज विभाग के अधिकारियों की सहमति न हो।
उन्होंने मंत्री से कहा कि उन्हें जिले से होकर गुजरने वाली सड़कों पर रेत के नाके लगाने के संबंध में भी अनुमति दी जाए, जिससे अवैध परिवहन और उत्खनन करने वाले वाहनों को पकड़ा जा सके। ठेकेदारों ने यह भी कहा कि सिया, प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड और अन्य अनुमतियां लेने में महीनों लग जाते हैं, इसकी प्रक्रिया भी सरकार कुछ सरलीकरण करें, जिससे रेत खदान जल्दी शुरू की जाएं।
क्योंकि हम लोगों ने पांच गुना ज्यादा बोली लगाकर रेत का ठेका लिया है, अगर खदानें समय पर चालू नहीं की जाती है तो राशि की भरपाई करना मुश्किल हो जाएगा। अवैध उत्खनन की शिकायत करने पर सरकार आरोपी के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करे। ठेके मिलने के बाद पंचायतों से खदान ट्रांसफर की कार्रवाई जल्दी की जाए, क्योंकि नए ठेके मिलने के बाद पंचायातों में अवैध उत्खनन शुरू हो गया है।
इस दौरान खनिज मंत्री के अलावा विभाग के प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई और सिया प्रतिनिधि तथा प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के सदस्य सचिव भी मौजूद थे। मंत्री ने ठेकेदारों को विश्वास दिलाया कि उनके साथ किसी तरह की अन्याय नहीं होने पाएगा, सरकार पूरा सहयोग देगी। जहां तक पर्यावरण अन्य अनुमतियां हैं, उसके लिए विभाग के मैदानी अधिकारी ठेकेदारों की मदद करेंगे।
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