8 लाख की रकम न चुकाने तीन महिलाओं ने 1 लाख 80 हजार रुपए की सुपारी देकर रची थी हत्या की साजिश - Web India Live

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8 लाख की रकम न चुकाने तीन महिलाओं ने 1 लाख 80 हजार रुपए की सुपारी देकर रची थी हत्या की साजिश

दीपक त्रिपाठी, भोपाल। ब्याज पर पैसे बांटने वाली महिला की चूनाभट्टी इलाके में हुई हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली। महिला की हत्या उसके ब्याज के तकादे और सरेराह अभद्रता करने से तंग आकर तीन महिलाओं और मामा-भांजे ने सुपारी देकर करवाई थी। आरोपी महिलाओं ने महिला के एजेंट को भी अपने साथ ले लिया और एक किराएदार को हत्या की सुपारी एक लाख 80 हजार रुपए में दे दी।

 

प्रशिक्षु डीएसपी ऋचा जैन ने बताया कि 18 मार्च को शाम करीब साढ़े सात बजे अज्ञात आरोपियों ने गले में चाकू मारकर करोंद निवासी राधा यादव की हत्या की थी। जांच में पता चला था कि महिला घटना से पहले कोलार कॉलोनी में रहने वाली रेखा बाई हरियाले, सुनीता प्रजापति, गुलाब बाई और मनोज मेहरा से ब्याज पर दिए लगभग 8 लाख रुपए की रिकवरी करने आयी थी। 23 मार्च को पुलिस को एकांत पार्क के समीप नाले में एक युवक का शव पड़े होने की सूचना मिली थी। मृतक की पहचान साई बाबा नगर शाहपुरा निवासी अभिषेक पिता कालू कौशल के रूप में हुई थी।

 

टूटे मोबाइल और उंगली में कट के निशान से मिली पुलिस को लीड
एकांत पार्क के पास एक कबाड़ी को टूटा हुआ मोबाइल मिला था। उसने इसकी जानकारी पुलिस को दी। पुलिस को एकांत पार्क के समीप नाले के पास दलदल में शाहपुरा निवासी अभिषेक कौशल का शव डिकम्पोज हालत में पड़ा मिला। मोबाइल की सीडीआर खंगालने पर पुलिस को पता चला कि 18 मार्च को कोलार कॉलोनी निवासी 25 वर्षीय अजय निरगुडे से अभिषेक की घण्टों फोन पर बात हुई थी। वहीं मृतक की उंगली पर चाकू से कट लगने पर पुलिस का शक गहरा गया कि चूनाभट्टी में राधा यादव की हत्या के दौरान चाकू से यह चौट लगी है।

 

नशे में पैर फिसलने से गिरा था नाले में
जांच में सामने आया कि राधा यादव कि हत्या करने के दौरान घटना स्थल पर मौजूद लोगों ने अभिषेक को देख लिया था। लोग उसके पीछे दौड़े, तो वो बचने के लिए एकांत पार्क की तरफ भाग निकला। पार्क के पास झाडिय़ों में वो कुछ देर छुपा रहा, लेकिन उसे डूढ़ते हुए कुछ लोग वहां भी पहुंच गए। जिसकी भनक लगते ही अंधेरे में अभिषेक एकांत पार्क के सामने स्थित नाला पार करने के लिए पाइप पर चढ़ गया। वो चार इमली की तरफ भागने का प्रयास कर रहा था, लेकिन नशे में होने से उसका पैर फिसल गया और वो दलदल में गिर गया। अधिक नशे में होने के कारण वो हाथ पैर भी नहीं हिला सका और उसकी दलदल में डूबने से मौत हो गई।

गर्लफ्रेंड के कहने पर हत्या को हो गया था राजी
कॉल डीटेल के आधार पर पुलिस ने कोलार कॉलोनी निवासी अजय निरगुडे की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी, लेकिन वह घर पर नहीं मिला। शादी पार्टिंयों में वेटर का काम करने वाला अजय घटना के बाद से फरार चल रहा था। अजय यहां किराए से रहता था और जांच में पाया गया कि रेखा बाई हिरयाले उसकी गर्लफ्रेंड थी। रेखा, सुनीता, गुलाब बाई, मनोज मेहरा ने राधा यादव के पैसे के तगादे और अभद्रता से तंग आकर उसे ठीकाने लगाने के लिए अजय को राजी किया था।

मुहबोला ***** था अभिषेक
गुरूवार को पुलिस ने अजय को उसकी ईदगाह हिल्स स्थित ससुराल से गिरफ्तार किया। उसने पुलिस को बताया कि अभिषेक उसका मुहबोला ***** था। महिलाओं और ताराचन्द्र मामा ने उसे राधा यादव की हत्या करने के लिए राजी किया था। अजय ने हत्या करने के लिए अभिषेक से बात की और सौदा 1 लाख 80 हजार में तय हुआ। जिसके लिए उन्होंने 20 हजार रूपए एडवांस लिए थे।

सबके सामने मारा था थप्पड़, इसलिए हो गया हत्या में शामिल
कोलार कॉलोनी निवासी 35 वर्षीय ताराचन्द्र मेहरा, राधा यादव के मैनेजर के रूप में काम करता था। उसने ही अपने भांजे मनोज मेहरा, रेखा, सुनीता और गुलाब बाई को ब्याज पर पैसे दिलवाए थे। होली के दिन पैसे की रिकवरी करवाने की बात पर राधा यादव ने मोहल्ले में सबके सामने ताराचन्द्र को चाटा मार दिया था। जिससे नाराज होकर वह महिलाओं और अपने भांजे के साथ राधा यादव की हत्या की साजिश में शामिल हो गया और उसने एडवांस में अभिषेक और अजय को अजय को 20 हजार रूपए दिए थे।

पल-पल की जानकारी दे रही थी महिलाएं
सीएसपी भूपेन्द्र सिंह ने बताया कि राधा ने कोलार कॉलोनी में करीब 15 लाख रुपए ब्याज पर बांट रखे थे। हमेशा की तरह 18 मार्च को भी वो पैसे उगाहने कोलार कॉलोनी पहुंची थी। इस दौरान रेखा और सुनीता ने राधा के आने की सूचना अजय को फोन पर दी। इस बीच अजय और अभिषेक ने महिला को अकेला पाकर चाकू से वार कर हत्या कर दी। तभी कुछ लोगों ने अभिषेक को देख लिया और वो उसका पीछा करने लगे। जबकि अजय मौका पाकर कोलार कॉलोनी की तरफ भाग निकला था।

कोरोना के भय के कारण बचते रहे आरोपी
सूत्रों की माने तो पूराने शहर में कोरोना संक्रमण अधिक होने के कारण आरोपी की गिरफ्तारी के लिए दबिश देने में आना कानी की जा रही थी। मामले में शामिल एक अन्य महिला के भी कोरोना संक्रमित होने के सिनटम्स दिखे है। जिस कारण पुलिस ने अभी उसे हिरासत में नहीं लिया है। पुलिस ने अजय और मृतक अभिषेक को हत्या का आरोपी बनाया है, जबकि ताराचन्द्र, मनोज, रेखा, सुनीता और गुलाब बाई को हत्या का षडयंत्र रचने के आरोपी बनाया है। सभी आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।



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