कमलनाथ का लेटर: शीतकालीन सत्र को साजिश के तहत कराया गया रद्द, हेल्थ विभाग ने दिए कोरोना के गलत आंकड़े
भोपाल. नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ ने विधानसभा अध्यक्ष को एक लेटर लिखा है। इस लेटर में आऱोप है कि कोरोना काल में स्वास्थ्य विभाग ने साजिश कर विधानसभा का शीतकालीन सत्र स्थगित कराया। विभाग के अधिकारियों ने विधानसभा में आयोजित सर्वदलीय बैठक में कोरोना संक्रमण के गलत आंकड़े पेश किए और वास्तविक तथ्य छुपाकर सभी को गुमराह किया।
कमलनाथ ने अपने लेटर में लिखा- दिनांक 28 दिसम्बर 2020 से 30 दिसम्बर 2020 तक आहूत, मध्यप्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र को निरस्त कराने में अपर सचिव लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण विभाग मोहम्मद सुलेमान, आयुक्त स्वास्थ्य सेवाएं डॉ संजय गोयल और भोपाल जिले के सीएमएचओ डॉ प्रभाकर तियारी की भूमिका पूर्णतया संदिग्ध और साजिशपूर्ण है।
इन तीनों अधिकारियों ने मिलकर स्वयं के स्तर पर या किसी से प्राप्त निर्देशों के तहत संवैधानिक रूप से 27 नवंबर 2020 को मध्यप्रदेश विधानसभा सचिवालय द्वारा जारी सत्र की अधिसूचना को निरस्त कराने में भूमिका अदा की। इस हेतु इन अधिकारियों ने विधानसभा सचिवालय और विधायक विश्राम गृह में फर्जी कोरोना जांच की साजिश रची। सर्वदलीय बैठक में कोरोना पीड़ितों के गलत आंकड़े प्रस्तुत किये और कई तथ्य छिपाये।
ऐसा करके इन अधिकारियों ने भारतीय संविधान के अन्तर्गत निष्ठा एवं ईमानदारी की शपथ का उल्लंघन किया और जनहित/लोकहित के विरूद्ध कार्य किया और मध्यप्रदेश राज्य के गठन के समय से शीतकालीन सत्र की चली आ रही परम्परा में व्यवधान डालकर संवैधानिक रूप से आहूत सत्र में भाग लेने के सदस्यों के विशेषाधिकारों का हनन फिया है। सदन की स्वायत्तता सर्वोच्चता में हस्ताक्षेप किया और अपनें कृत्यों व असत्य कथनों से सदन की अवमानना भी की है।
बता दें कि कोरोना की स्थिति के चलते 28 दिसंबर से शुरू होने वाले मध्यप्रदेश विधानसभा के तीन दिवसीय शीतकालीन सत्र को स्थगित कर दिया गया था। मध्यप्रदेश विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने कहा था कि राज्य विधानसभा के 61 कर्मचारी एवं अधिकारियों के कोविड-19 से संक्रमित पाए जाने का खुलासा होने के बाद ये निर्णय लिया गया है।
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