शुक्र ने किया मकर राशि में गोचर: अब इन राशि वालो का चमकेगा भाग्य - Web India Live

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शुक्र ने किया मकर राशि में गोचर: अब इन राशि वालो का चमकेगा भाग्य

शुक्र ग्रह धनु राशि से निकलकर 28 जनवरी 2021 को सुबह 03 बजकर 18 मिनट पर मकर राशि में गोचर कर चुके हैं। शुक्र देव मकर राशि में 21 फरवरी तक रहेंगे और वही इसके बाद वो कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। हमारे जीवन को शुक्र बहुत ज्यादा प्रभावित करता है। शुक्र की वजह से ही जीवन में धन और वैभव आता है।

गोचर के दौरान शुक्र सूर्य, बुध, गुरु बृहस्पति और शनि देव के साथ युति करेंगे। ऐसे में शुक्र के मकर राशि में गोचर से, सभी राशियों पर कुछ न कुछ परिवर्तन देखने को मिलेगा।

 

आपकी राशि पर असर : Effects on you ...

1. मेष राशि
शुक्र ग्रह के इस गोचर के दौरान वो आपकी राशि से दशम भाव भाव / कर्म भाव में विराजमान होंगे। इस भाव में शुक्र की स्थिति, आपको कार्यक्षेत्र में मिश्रित फल देगी। शुक्र चूँकि शनि के भाव में विराजमान होंगे, ऐसे में आप कार्यस्थल पर अपने कार्यों से, थोड़ा संतुष्ट रह सकते हैं। इस समय आप थोड़ा असहज महसूस करेंगे । इससे आपके मानसिक तनाव और बेचैनी में वृद्धि होगी।

पारिवारिक व्यवसाय से जुड़े जातकों के लिए गोचरकाल की ये अवधि लाभकारी सिद्ध होगी।

इस दौरान आप में विश्वास और सुरक्षा का अभाव, आपके निजी जीवन को प्रभावित करेगा, और इससे आपके प्रेम संबंधों में भी दूरियाँ आने के योग बनेंगे।
छात्रों की बात करें तो, इस अवधि के दौरान छात्र अपनी शिक्षा से भ्रमित महसूस करेंगे।

उपाय: शुक्र के बीज मंत्र “ॐ शुं शुक्राय नमः” का जाप करें।


2. वृषभ राशि

शुक्र ग्रह इस समय आपके नवम भाव / भाग्य भाव में विराजमान होंगे। शुक्र के नवम भाव में गोचर के दौरान, आपको सामान्य से काफी बेहतर परिणामों की प्राप्ति होगी। कार्यक्षेत्र पर आपको भाग्य का भरपूर साथ मिलेगा, और आप अपने सभी कार्यों को सफलतापूर्वक पूरा करने में सक्षम होंगे। कुंडली का नवम भाव वरिष्ठ, बड़ों, आदि को दर्शाता है।

इससे आपके अंदर, सकारात्मकता और शांति की वृद्धि होगी। आपका मन और जीवन इस समय, कायाकल्प और विलासिता से भरपूर रहेगा। जिसका सकारात्मक असर आपके स्वास्थ्य जीवन पर भी पड़ने की संभावना है। आपको शुक्र के इस गोचर के दौरान, अपनी किसी ऐसी पुरानी गंभीर बीमारी से निजात मिलेगी, जिससे आप काफी समय से परेशान थे।

इस समय आपको अपने बड़ों, पिता या पिता तुल्य किसी व्यक्ति से, पूर्ण रुप से सहयोग मिलने के योग बनेंगे। साथ ही उनके द्वारा दिए गए सुझाव और सलाह, आपके करियर के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकते हैं।

इस अवधि में आपके दुश्मन और शत्रु, आप पर हावी होने का प्रयास करेंगे। ऐसे में उनसे सावधान रहें।

किसी तीर्थ यात्रा पर जानें, दान-पुण्य या अधियात्मिक गतिविधियों में शामिल होने का आप प्लान कर सकते हैं। इससे आपको आत्मशांति और संतोष की प्राप्ति होगी।

छात्रों के लिए ये समय, महत्वपूर्ण रहने वाला है। इस समय उन्हें भरपूर सफलता की प्राप्ति भी होने के योग बनेंगे।

उपाय: भगवान परशुराम के अवतार की पौराणिक कथा को पढ़ें या सुनें।

3. मिथुन राशि
इस समय शुक्र आपकी राशि से, अष्टम भाव यानि आयु भाव में गोचर करेंगे। इस गोचर की वजह से आपको, उत्तम फलों की प्राप्ति होगी। क्योंकि शुक्र इस दौरान गुरु बृहस्पति के साथ युति करते हुए, आपकी राशि में बेहद सुंदर “केंद्रीय त्रिकोण राजयोग” का निर्माण करेंगे। जिससे आपके जीवन में आ रही समस्याएं काफी हद तक, दूर होने में मदद मिलेगी। आपको अपने आर्थिक जीवन में उन्नति और लाभ की प्राप्ति के लिए भी, कई शुभ अवसर मिलने के योग बनेंगे।

शुक्र का अष्टम भाव में मौजूद होना, अचानक से मिलने वाले लाभ और मुनाफ़े को दर्शाता है। ऐसे में संभावना है कि आपको लॉटरी या किसी के अन्य तरीके से, अचानक से धन की प्राप्ति हो। आपको अपनी पैतृक संपत्ति से भी, अच्छा मुनाफ़ा अर्जित करने में सफलता मिलेगी।

कार्यक्षेत्र में नौकरी में अच्छे बदलावों की प्रतीक्षा कर रहे जातकों की, उन्नति और वृद्धि होने की संभावना है। आपके लिए यात्रा करना भी, लाभदायक रहेगा। व

यह गोचर आपको अपने ससुराल पक्ष के साथ, संबंध मजबूत करने के बहुत से अवसर प्रदान करेगा।
वहीं यदि आप अभी तक सिंगल है तो, आप किसी खास व्यक्ति की ओर आकर्षित दिखाई देंगे।

छात्रों के लिए समय अच्छा रहेगा, वो अपनी पढ़ाई में अधिक ध्यान देते दिखाई देंगे। इससे उन्हें अपना प्रदर्शन बेहतर देने में मदद मिलेगी।

स्वास्थ्य जीवन में भी, आपको बेहतर परिणामों की प्राप्ति होगी।

उपाय: गायों की सेवा करते हुए, उनके साथ समय बिताएं और उन्हें खाना खिलाएं।

 

4. कर्क राशि
शुक्र इस गोचर के दौरान वह आपके सप्तम भाव / विवाह भाव में विराजमान होंगे। ऐसे में शुक्र का ये गोचर आपके लिए मिश्रित परिणाम लेकर आएगा।

शुक्र इस दौरान आपकी मां की सेहत को प्रभावित करेंगे। इसके अलावा इस अवधि में, जीवन साथी के साथ आपके संबंधों में तनाव दिखाई देगा।

इस समय शुक्र के साथ ही अधिकतम ग्रह की युति, आपको कार्यक्षेत्र पर अपने उच्च और वरिष्ठ अधिकारियों की सराहना और प्रशंसा प्राप्त करने के योग बनाएगी। कुछ जातकों को सरकार से, लाभ या पुरस्कार मिलने की भी संभावना है।

इस दौरान अपने छिपे हुए दुश्मनों से सावधान रहें। यात्रा पर जाने से परहेज करना, आपके लिए इस दौरान सबसे बेहतर रहेगा।

आर्थिक जीवन के लिए, समय सामान्य ही रहने वाला है। किसी भी तरह की आर्थिक तंगी से बचने के लिए, आपको अपनी इस आदत को बदलने की ओर प्रयास करने की ज़रूरत होगी।

स्वास्थ्य जीवन में पेट और यूरिन इन्फेक्शन से संबंधित संक्रमण का खतरा हो सकता है।

उपाय: सुबह के समय देवी महालक्ष्मी की स्तुति में, "महालक्ष्मी अष्टकम" का पाठ करें।

5. सिंह राशि

शुक्र इस समय आपकी राशि से, षष्ठम भाव / शत्रु भाव / रोग भाव में रहेंगे। ये समय आपके लिए जीवन में कुछ चुनौतियाँ लेकर आ सकता है। इसलिए इस दौरान आपको, थोड़ा संभलकर चलने की जरुरत होगी।

कार्यक्षेत्र पर, आपको किसी भी तरह के विवाद से खुद को दूर रखने की आवश्यकता होगी। उचित होगा दूसरों से संवाद के दौरान अपनी भाषा में मधुरता लेकर आएं। तभी इसका आपको, भविष्य में लाभ मिलेगा। इस दौरान किसी भी तरह की अनावश्यक की यात्रा करने से बचें, अन्यथा आपको मानसिक तनाव और चिंताएं हो सकती हैं।

इस समय आपके अप्रत्याशित ख़र्चों में वृद्धि देखी जाएगी, इसलिए जितना संभव हो अपने धन को संचय करने की सही रणनीति बनाएं। व्यावसायिक जातक गोचर के दौरान, कई योजनाओं को अपनाने का मन बना सकते हैं। परंतु आपको कोई भी निर्णय लेने से पहले, किसी विशेषज्ञ या बड़े-बुजुर्गों की सलाह लेने की जरूरत होगी।

इस समय वैवाहिक रिश्तों में कुछ समस्या उत्पन्न हो सकती हैं। इसके लिए आपको जरूरत होगी, अपने साथी के साथ समय-समय पर संवाद करते हुए, हर विवाद को दूर करने की।

स्वास्थ्य जीवन में इस दौरान, आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कुछ कमजोर रह सकती है। ऐसे में अपनी दिनचर्या में योग, व्यायाम और सही खान-पान को जोड़ते हुए, मसालेदार या बाहर के खाने से परहेज करें।

उपाय: सुबह के समय देवी महालक्ष्मी की स्तुति में, "श्री सूक्त" का पाठ करें।

 

6. कन्या राशि
शुक्र इस गोचर के दौरान आपके पंचम भाव / पुत्र व बुद्धि भाव में विराजमान होंगे। ऐसे में गोचर के दौरान, आपको अनुकूल फलों की प्राप्ति होगी।

इस दौरान संभावना है कि, आपको विभिन्न स्रोतों से धन लाभ और प्रतिष्ठा में वृद्धि करने के अवसर प्राप्त हो। इस दौरान किसी भी तरह का निवेश करना, आपके आर्थिक जीवन के लिए भी उत्तम रहेगा। क्योंकि इससे आपको लंबे समय तक, लाभ की प्राप्ति होती रहेगी।

इस दौरान आपकी कार्य क्षमता सबसे अधिक रहेगी। जिससे आपको अपने करियर में शुभ परिणाम प्राप्त होंगे।

शादीशुदा जातक भी अपने दांपत्य जीवन में, संतान के साथ संबंध मजबूत करने के लिए प्रयासरत रहेंगे।

वहीं प्रेमी जातकों के लिए, यह समय अपने रिश्ते को आगे बढ़ने वाला रहेगा, जिसमें आपको सफलता प्राप्त होगी। आपका विनम्र और शांत स्वभावआपकी लोकप्रियता को बढ़ाने में मदद करेगा, और आपको उनसे भरपूर सहयोग की प्राप्ति होगी।

विदेश जाकर उच्च शिक्षा प्राप्त करने के इच्छुक छात्रों के लिए, गोचरकाल की ये अवधि विशेष शुभ रहने वाली है।

उपाय: इस गोचर के दौरान, अविवाहित लड़कियों को सौंदर्य से संबंधित सामग्री भेट करें।

7. तुला राशि
शुक्र देव आपके चतुर्थ भाव / माता व सुख भाव में रहेंगे। शुक्र का यह गोचर, आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकता है। जिससे आपको अपनी इच्छानुसार, आर्थिक लाभ मिलने के योग बनेंगे।

आपके करीबी लोगों के साथ, आपके रिश्ते मजबूत होंगे। कुछ जातकों को मां से लाभ और सहयोग की प्राप्ति होगी। जीवन साथी की आय में वृद्धि होने से उनकी उन्नति होने के योग बनेंगे।

कार्यक्षेत्र पर भी आप अपने करियर में, भरपूर उन्नति की प्राप्ति करेंगे। वहीं नया घर या वाहन खरीदने के लिए जो जातक बैंकों या लोन लेने की तलाश में थे, उन्हें इस दौरान अनुकूल परिणाम मिलने की संभावना है। कुल मिलाकर देखा जाए तो, शुक्र का यह गोचर आपके निजी जीवन के लिए सबसे अधिक शानदार रहने वाला है।

व्यापारी जातक भी प्रतिष्ठा और आय में वृद्धि करने में सक्षम होंगे। हालांकि बीच-बीच में शुक्र की ये स्थिति, आपको अपने आराम के क्षेत्र तक ही सीमित रख सकती है। ऐसे में अपनी मेहनत को रफ्तार दें।

वह छात्र जो विशेष रूप से डिज़ाइन, टेक्नोलॉजी या प्रबंधन क्षेत्र से जुड़ी पढ़ाई कर रही हैं, उन्हें अच्छा प्रदर्शन करने में सफलता मिलेगी। इसके साथ ही स्वास्थ्य जीवन भी, इस दौरान सही दिशा में बढ़ता दिखाई देगा।

उपाय: अपने दाहिने हाथ की अनामिका में चांदी या सोने की अंगूठी में, उत्तम गुणवत्ता का हीरा पहनें] लेकिन किसी जानकर की सलाह के बाद।


8. वृश्चिक राशि
शुक्र देव का गोचर आपके तृतीय भाव में होने जा रहा है। इसे पराक्रम भाव भी कहा जाता है। इस भाव में गोचर के दौरान, आपको अपने भाई-बहनों के साथ अच्छा समय बिताने का अवसर मिलेगा। साथ ही आप अपने सामाजिक जीवन में भी, सुधार के लिए कई प्रयास करते दिखाई देंगे।

शुक्र आपके सप्तम और द्वादश भाव के स्वामी होते हैं, जो यात्रा और सुख का भाव होता है। निजी जीवन में आपको, अपने मित्र और करीबियों से लाभ और समर्थन मिलेगा। साथ ही प्रेम संबंधों में जीवनसाथी से रिश्ता और मजबूत बनता दिखाई देगा।
यदि आप सिंगल है तो, अपने किसी रिश्तेदार के घर या किसी सामाजिक स्थल पर, आपको किसी खास व्यक्ति से मुलाकात करने का अवसर मिल सकता है।

कार्यस्थल पर आपकी संवाद शैली और प्रेरक शक्ति, आपके संगठन या व्यवसाय में आपको भरपूर विकास करने में मदद करेगी। कुछ जातकों को सरकार से, कोई अच्छा पुरस्कार मिलने के भी योग बनेंगे।
आप अपने शत्रुओं को मुंह तोड़ जवाब देने में सक्षम रहेंगे।

उपाय: प्रतिदिन सुबह शिवलिंग पर, गुलाब जल अर्पित करें।

9. धनु राशि
शुक्र इस गोचर के दौरान, आपका द्वितीय भाव / धन और वाणी भाव में रहेंगे। ऐसे में शुक्र के इस गोचर के दौरान, धनु राशि के जातकों को अपनी आय में वृद्धि करने के बहुत से अवसर प्राप्त होंगे।

आप भौतिक सुख जैसे: कीमती सामान, आभूषण, रत्न, आदि की ख़रीदारी पर अपना धन खर्च कर सकते हैं। कुल मिलाकर कहें तो, आर्थिक स्थिति में इस गोचर के दौरान लगातार वृद्धि देखी जाएगी।

विवाह योग्य जातकों को, शुक्र के गोचर के दौरान शादी के अच्छे प्रस्ताव मिलने के योग बनेंगे। हालांकि सेहत के लिहाज से, आपको खाने की आदतों में बदलाव करना होगा ।

गोचरकाल के दौरान, शुक्र की आपके व्यवसाय भाव से पंचम भाव में उपस्थिति, आपको प्रशासनिक कौशल के साथ-साथ आपकी कार्य करने की क्षमता में वृद्धि लेकर आएगी। जिससे आप अपने करियर में उच्च पद की प्राप्ति करने में सक्षम होंगे।

छात्रों के लिए भी, ये समय विशेष शुभ रहेगा।

उपाय: हर रोज दक्षिण पूर्व दिशा को नमन करें।

 

10. मकर राशि
शुक्र का गोचर इस समय आपके प्रथम भाव यानी लग्न भाव में होगा। यह गोचर आपके लिए अच्छा रहेगा। ऐसे में पार्टनरशिप में व्यापार कर रहे जातकों को इस समय, किसी महिला के भाग्य का भरपूर साथ मिलेगा। जिससे वो आर्थिक लाभ और मुनाफ़ा अर्जित करने में सफल रहेंगे।

प्रेम संबंधों के दौरान, आपको अपने जीवन साथी के साथ अपने संबंध बेहतर बनाने में सफलता मिलेगी। साथ ही वो आपको हर कार्यों में भरपूर समर्थन देते दिखाई देंगे।

यदि आपकी संतान उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाने की इच्छुक है तो, उन्हें इस दौरान काफी हद तक शुभ समाचार की प्राप्ति हो सकती है।

कार्यस्थल पर आप उन सभी पूर्व के कार्य को, समय पर पूरा करने में सक्षम होंगे, जिन्हें आपको पूर्व में करने में परेशानी हो रही थी। इससे आपके नेतृत्व और कठिन परिस्थितियों में आपकी कार्य करने की क्षमता का विकास होगा, और आपको करियर में भरपूर उपलब्धियों की प्राप्ति होगी।

कुल मिलाकर कहें तो, मकर राशि के जातकों के लिए शुक्र का यह गोचर बहुत अनुकूल रहने वाला है।

उपाय: अपनी दाहिने हाथ की अनामिका में, चांदी या सोने की अंगूठी में उत्तम गुणवत्ता वाला सफेद ओपल धारण करें, लेकिन किसी जानकर की सलाह के बाद ।

11. कुंभ राशि
शुक्र का गोचर इस समय आपकी राशि से, द्वादश भाव / व्यय भाव में होगा। इस गोचर के दौरान आपको शुभ फलों की प्राप्ति होगी। इस अवधि में आप अपने सुख सुविधा और विलासिता पर, खोलकर खर्च करते दिखाई देंगे। हालांकि आपको इस दौरान थोड़ा सावधान रहने की जरूरत होगी, अन्यथा आपके स्वास्थ्य जीवन पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

जो जातक विदेशी संगठनों या मल्टीनैशनल कंपनियों में कार्यरत हैं, उन्हें इस गोचर से विशेष शुभ परिणामों की प्राप्ति होगी। व्यापारी जातक भी, अच्छा मुनाफ़ा अर्जित करने में सफल होंगे।

प्रेम संबंधों में लिए भी समय अनुकूल रहेगा। सिंगल जातक अपने नए रिश्ते की शुरुआत करने के लिए सही अवसर का लाभ उठाते हुए, अपने प्रेमी के समक्ष अपनी भावनाओं को व्यक्त करने में सफल होंगे। इसके साथ ही शादीशुदा जातकों के जीवन में भी, रोमांस और प्रेम की वृद्धि देखी जाएगी जा सकती है।

कुल मिलाकर कहें तो, शुक्र का यह गोचर आपके लिए लाभकारी सिद्ध होगा। इसके साथ ही स्वास्थ्य जीवन में, अपने खाने की खराब आदतों में सुधारें।

उपाय: सूर्योदय के समय, “ललिता सहस्रनाम स्तोत्र" का पाठ करें।

 

12. मीन राशि
शुक्र ग्रह का गोचर आपकी राशि से, एकादश भाव / लाभ भाव में रहेगा। यह गोचर आपकी राशि के लिए शुभ रहेगा। खासतौर से जिन जातकों को, अपने आर्थिक जीवन में संघर्षों का सामना करना पड़ रहा था, उन्हें इस दौरान अच्छा लाभ मिलने के योग बनेंगे। जिससे उन्हें राहत के साथ-साथ, अपनी आर्थिक तंगी दूर करने में भी मदद मिलेगी।

कार्यक्षेत्र पर भी आप अपनी कड़ी मेहनत, कार्य के प्रति अपने समर्पण और ईमानदारी से दूसरों की सराहना प्राप्त करने में सफल होंगे। इससे आपके वरिष्ठ अधिकारी, आपकी ओर आकर्षित होंगे। जिसके चलते आपके करियर में वृद्धि और उच्च पद की प्राप्ति होने के योग बनेंगे।

व्यापारी जातकों को भी इस गोचर के दौरान, धन और प्रतिष्ठा के साथ अपने व्यवसाय में विस्तार करने के बहुत से अवसर प्राप्त होंगे। इस दौरान आपको अपने दोस्त और मित्रों के साथ, समय बिताने का अवसर मिलेगा।

वैवाहिक जातकों के लिए भी, यह समय सुखद रहने वाला है। वहीं आपके भाई-बहनों को अपने कार्य क्षेत्र में, समृद्धि और सफलता की प्राप्ति होने के योग बनेंगे।

इस दौरान यात्रा पर जाने से आपको अपने सामाजिक दायरे को बढ़ाने, और उसमें विस्तार करने में मदद मिलेगी। जिसका फायदा आपको भविष्य में बहुत से अफसरों की प्राप्ति से होगा।

छात्र अपनी शिक्षा में, बेहतर प्रदर्शन देने में सफल होंगे।

उपाय: उत्तम फलों की प्राप्ति के लिए, स्फटिक की माला पहनें।



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