नाथूराम गोडसे की 'ज्ञान शाला' का शुभारंभ: खड़ा हुआ सियासी विवाद, सरकार की चुप्पी पर कमलनाथ का हमला - Web India Live

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नाथूराम गोडसे की 'ज्ञान शाला' का शुभारंभ: खड़ा हुआ सियासी विवाद, सरकार की चुप्पी पर कमलनाथ का हमला

भोपाल. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोड़से को लेकर मध्यप्रदेश में सियासत तेज हो गई है। मध्यप्रदेश के ग्वालियर में हिन्दू महासभा ने स्टडी सेंटर खोला है। हिन्दू महासभा की भाषा में ये स्टडी सेंटर अथवा ज्ञानशाला है। इस स्टडी सेंटर में हिन्दू महासभा नाथूराम गोडसे की देशभक्ति के किस्से लोगों को बताएगी। हिन्दू महासभा ने ग्वालियर के दौलतगंज स्थित हिंदू महासभा के कार्यालय में गोडसे कार्यशाला शुरू की है।

यहां पहले दिन हिंदू महासभा के पदाधिकारियों ने गोडसे सहित वीर सावरकर, रानी लक्ष्मीबाई और संघ से जुड़े अन्य पदाधिकारियों की तस्वीर की पूजा-अर्चना की और उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस पूरे मामले में अब राजनीति शुरू हो गई है। इस पूरे मामले में भाजपा सरकार की चुप्पी के बाद पूर्व सीएम कमलनाथ ने हमला करते हुए कहा कि भाजपा को अपनी विचारधारा स्पष्ट करनी चाहिए।

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर शिवराज सिंह चौहान पर हमला बोला है. कमलनाथ ने कहा- शिवराज सरकार में प्रदेश के ग्वालियर में राष्ट्र पिता बापू के हत्यारे नाथूराम गोडसे की खुलेआम आरती , महिमामंडन , गोडसे की ज्ञानशाला का आयोजन? मुख्यमंत्री व भाजपा स्पष्ट करें कि वो किस विचारधारा के साथ गांधी की या गोडसे की? इस तरह के कार्यक्रम कैसे आयोजित हुए?

हमारी सरकार में हमने ऐसे तत्वों पर कार्यवाही की थी। कितना शर्मनाक है कि भाजपा सरकार में बापू के हत्यारे की खुलेआम पूजा , आरती , महिमामंडन किया जा रहा है ,उसे हीरो की तरह प्रचारित किया जा रहा है और ज़िम्मेदार मौन है ? यदि भाजपा गांधी जी की विचारधारा के साथ है तो तत्काल इस तरह की गतिविधियों पर रोक लगायी जावे और दोषियों पर कड़ी कार्यवाही हो अन्यथा यह स्पष्ट हो जायेगा कि इस तरह की गतिविधियों व गोडसे विचारधारा को भाजपा सरकार का खुला संरक्षण प्राप्त है।

पहले भी हुआ था बवाल
ग्वालियर में गोडसे को लेकर पहले भी बवाल हो चुका है। 15 नवंबर 2017 की है, जब ग्वालियर में हिंदू महासभा ने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे का मंदिर बनाया था, जिसमें नाथूराम गोडसे की मूर्ति स्थापित की गई थी, इसके बाद मध्य प्रदेश की राजनीति में उबाल आ गया था। उस समय ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा था कि, 'बापू के हत्यारे नाथूराम गोडसे की मूर्ति को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा' और ये मामला इतना तूल पकड़ गया कि तत्कालीन शिवराज सरकार और जिला प्रशासन ने भारी विरोध के चलते उस मूर्ति को वहां से हटाकर जब्त कर लिया था।

रामेश्वर शर्मा ने दिया था विवादित बयान
मध्यप्रदेश के प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने महात्मा गांधी को लेकर विवादित बयान दिया था। उन्होंने किसान स्वागत सम्मान समारोह में कहा कि देश का विभाजन महात्मा गांधी की भूल की वजह से हुआ।

संसद में कहा था देशभक्त
इससे पहले भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा ने संसद में नाथूराम गोड़से को देशभक्त बताया था जिसके बाद जमकर हंगामा हुआ था।



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