इस साल 34 प्रतिशत बढ़े पासपोर्ट के आवेदन

भोपाल. विदेश मंत्रालय ने कोविड संक्रमण को देखते हुए सुरक्षित और समय पर पासपोर्ट सेवाएं प्रदान करने के लिए कई कदम उठाए हैं। पहले जहां आवेदक अपने पासपोर्ट अपॉइंटमेंट को साल में केवल तीन बार रीशिड्यूल कर सकते थे, वहीं अब वे साल में कितनी भी बार रीशिड्यूल कर सकते हैं। इसका नतीजा है कि वर्ष 2020 में जनवरी से अक्टूबर तक के समय की तुलना में इस साल 34 प्रतिशत ज्यादा लोगों ने पासपोर्ट के लिए आवेदन किए हैं। रीजनल पासपोर्ट ऑफिसर रश्मि बघेल के अनुसार अब पासपोर्ट आवेदन को अपलोड करते समय डिजिटल दस्तावेज प्रस्तुत करने को बढ़ावा देने के लिए डिजिलॉकर के साथ एकीकरण किया गया है, इससे मूल दस्तावेज लाना भी जरूरी नहीं है। वर्ष 2020 में कोरोना महामारी के बाद इस वर्ष कई देशों ने वीजा के मानदंडों में ढील दी है और विभिन्न शैक्षिक और व्यावसायिक गतिविधियों के लिए देश को खोल दिया है। इससे भी इस वर्ष पासपोर्ट के लिए आवेदन बढ़े हैं।
65 प्रतिशत आवेदकों ने फ्रेश श्रेणी में किया आवेदन
क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय, भोपाल में उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार मप्र में 2021 में तकरीबन 65 प्रतिशत आवेदकों ने पासपोर्ट आवेदन की फ्रेश श्रेणी के तहत आवेदन किया। इस वर्ष एक अक्टूबर तक इंदौर पीएसके, भोपाल पीएसके और अन्य 18 पीओपीएसके में 77 हजार से अधिक आवेदन प्राप्त हुए थे। जनवरी से 1 अक्टूबर तक प्राप्त आवेदनों की कुल संख्या 2020 में समान अवधि के लिए प्राप्त आवेदनों की तुलना में 34 प्रतिशत अधिक है। क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय में पासपोर्ट आवेदनों की कुल संख्या में इंदौर के पासपोर्ट आवेदनों की संख्या सबसे ज्यादा है, यह 33
प्रतिशत है।
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