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54 करोड़ नोट गायब, जानिए कहां और कैसे खपा रहे 2 हजार के नोट

भोपाल. देशभर की तरह एमपी में भी लोग बंद हुए 2 हजार के नोट की वजह से हैरान-परेशान हो रहे हैं। 23 मई से ये नोट बैंक से बदले जा सकते हैं जिसमें एक बार में दो हजार के नोट में 20 हजार रुपए वापस ले सकेंगे। जिनके पास 2 हजार के नोट बड़ी संख्या में हैं, वे नोट खपाने की जुगाड़ में हैं। दिसंबर 2022 में केंद्र सरकार ने बताया था कि 2 हजार के 54 करोड़ नोट गायब हो गए हैं। अब ये नोट भी सामने आ सकते हैं।

ज्यादातर लोग बैंक में सीधे नोट जमा कराने की बजाय कैश देकर सोना खरीद रहे हैं। यही कारण है कि ज्वेलर्स बेहद व्यस्त हो गए हैं। इसके अलावा प्रॉपर्टी में निवेश पर विचार किया जा रहा है।

बैंक बदले गए नोटों का हिसाब रखेगा, आयकर विभाग की नजर भी रहेगी। ऐसे में जिन लोगों के पास ज्यादा नोट हैं, वे जुगाड़ लगा रहे हैं। प्राथमिकता सोने-चांदी को दी जा रही है। सराफा के एक व्यापारी ने बताया कि बाजार में 2 हजार के नोट के बदले लोग सोना लेने बड़ी संख्या में आ रहे हैं। व्यापारी स्थिति के हिसाब से लेनदेन कर रहे हैं। प्रॉपर्टी में भी निवेश की गुंजाइश ढूंढी जा रही है।

आखिरी बार सन 2018-19 में 2 हजार रुपए के 4.70 करोड़ नोट छापे— रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया RBI ने सन 2016 में 2 हजार रुपये के नोट लॉन्च किए थे। तब से लेकर अब तक 500 रुपए और 2 हजार रुपए के कुल 6,849 करोड़ नोट छापे हैं। 2 हजार के नोट आखिरी बार 2018-19 में छापे गए थे। आंकड़ों के अनुसार सन 2016-17 में 2 हजार के 350 करोड़ नोट छापे गए। दूसरे साल यानि 2017-18 में 2 हजार के 15.10 करोड़ रुपए के नोट छापे गए। आखिरी बार सन 2018-19 में 2 हजार रुपए के 4.70 करोड़ नोट छापे गए। 2018 में ही आरबीआई ने इन नोटों की छपाई बंद कर दी।

54 करोड़ नोट गायब हो गए- दिसंबर 2022 में केंद्र सरकार ने बताया था कि 6 साल में अंदर 2 हजार रुपए के 102 करोड़ नोट नष्ट कर दिए गए। बचे हुए 2 हजार के नोट सर्कुलेशन में होने चाहिए थे पर ऐसा नहीं हुआ, 54 करोड़ नोट गायब हो गए। 2 हजार रुपये के गायब 54 करोड़ नोटों की कीमत करीब 1.08 लाख रुपए थी। रिपोर्ट के अनुसार सन 2021-22 में 2 हजार के 214.2 करोड़ नोट ही प्रचलन में थे। सरकार के 2 हजार के नोट बंद कर देने के फैसले से इन गायब नोटों का पता भी चल जाएगा।

इनका प्रचलन घटकर महज 13.8 फीसदी — 2016-17 में देश में से 50.2 प्रतिशत 2 हजार के नोट ही चल रहे थे। इस वित्तीय वर्ष में चल रहे कुल 13.10 लाख करोड़ रुपए में इनकी कीमत 6.57 लाख करोड़ रुपए थी। 2021-22 में इसमें जबर्दस्त गिरावट हो गई। इस साल देश में चल रहे कुल 31.06 लाख करोड़ रुपए के नोट में से 2 हजार के महज 4.28 लाख करोड़ कीमत के रह गए थे। इस तरह इनका प्रचलन घटकर महज 13.8 फीसदी ही रह गया।


आरबीआई ने नोट छापना बंद किया, लेकिन नकली नोट छपने लगे
आरबीआई ने 2019-20 से ही दो हजार रुपये के नोट छापने बंद कर दिए थे, लेकिन इस बीच नकली नोटों का कारोबार तेज हो गया। बड़े पैमाने पर नकली नोट बांग्लादेश और पाकिस्तान में छपने लगे। आंकड़े भी इसकी तस्दीक करते हैं। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार, देश की कई एजेंसियों ने 2022 तक करीब 245.33 करोड़ के नकली नोट बरामद किए हैं। 2021 में 20.21 करोड़ के 3.10 लाख से ज्यादा नकली नोट जब्त किए गए। इससे पहले 2020 में 92.17 करोड़ के 8.34 लाख नकली नोट मिले। बरामद नकली नोटों में ज्यादा हिस्सा दो हजार रुपये के नोटों का ही था।



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