बढ़ा टेंशन, पश्चिमी और उत्तरी एमपी में देर से आएगा मानसून
भोपाल. एमपी में इस बार मानसून कुछ टेंशन दे सकता है। मौसम विभाग (आइएमडी) का अनुमान है कि एमपी के उत्तरी और पश्चिमी हिस्सों में इस बार मानूसन कुछ लेट हो सकता है। अच्छी बात यह है कि इस साल मानसून सामान्य रहेगा। हालांकि अल नीनो का प्रभाव रहेगा लेकिन पर्याप्त वर्षा होगी।
देश के मौसम विभाग ने दक्षिण-पश्चिमी मानसून को लेकर जो पूर्वानुमान जारी किया है उसमें एमपी के लिए मिलीजुली खबर है। मौसम विभाग के मुताबिक मानसून चार जून को केरल में दस्तक देगा। हालांकि एमपी के पश्चिमी इलाकों में मानसून कुछ लेट हो जाएगा। इंदौर और उज्जैन के साथ प्रदेश के उत्तरी ग्वालियर-चंबल संभाग में भी मानसून लेट होने का अनुमान है।
इस बार प्रदेश में जून में सामान्य से कम बारिश हो सकती है लेकिन जुलाई में जोरदार बरसात होने के आसार हैं। इस अवधि में प्रदेश में सर्वाधिक बारिश होगी। मौसम विभाग के अनुमान के अनुसार एमपी के इंदौर, उज्जैन व सागर में बारिश औसत से कम रहेगी।
एमपी में मानसून सामान्य रहने के आसार
दक्षिण पश्चिमी मानसून सीजन में औसत से कम बारिश रहने की आशंका थी लेकिन मौसम विभाग का अनुमान है कि एमपी में सामान्य वर्षा होगी। प्रशांत महासागर में अल नीनो के प्रभाव के कारण कम बारिश की बात कही जा रही थी लेकिन अब मौसम विभाग का कहना कि एमपी में मानसून पर अल नीनो का ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ेगा।
खास बातें
— पश्चिमी विक्षोभ से अगले कुछ दिन एमपी में बारिश के आसार।
— जून में अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से ज्यादा रहेगा।
— इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर-चंबल, सागर में औसत से कम रहेगी बारिश।
— इन हिस्सों में देर से आएगा मानसून।
— भोपाल, नर्मदापुरम और जबलपुर में औसत से ज्यादा बारिश होगी।
— शहडोल और विंध्य में सामान्य बारिश संभव।
— इस बार मानसून सितंबर तक समाप्त हो सकता है।
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