आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू: शिवराज बोले राहुल गांधी के गुरु दिग्विजय आतंकियों के रहनुमा - Web India Live

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आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू: शिवराज बोले राहुल गांधी के गुरु दिग्विजय आतंकियों के रहनुमा

भोपाल। लोकसभा चुनावों को लेकर अब मध्यप्रदेश में भी आपसी तनाव या यूं कहें आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। इसी सब के बीच पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज ने कांग्रेस के भोपाल से प्रत्याशी दिग्विजय सिंह पर करारा प्रहार किया है। यहां उन्होंने जहां दिग्विजय सिंह को आतंकियों का रहनुमा बताया, वहीं कई तंज भी कसे।

दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खरगोन की चुनावी सभा में कहा कि राहुल गांधी के गुरु दिग्विजय सिंह आतंकियों के रहनुमा बने हुए हैं। जो लोग भारत तेरे टुकड़े होंगे के नारे लगाते हैं, दिग्विजय भोपाल में उनसे प्रचार करवाएंगे। शिवराज ने कटाक्ष करते हुए कहा, मैंने उनका नाम ले लिया, अब मुझे नहाना पड़ेगा।

इधर, दिग्विजय बोले : मैंने सिमी और बजरंग दल पर रोक का साहस किया

वहीं दूसरी ओर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सोमवार को ट्वीट कर कहा कि वे धार्मिक उन्माद के खिलाफ हैं। उन्होंने सुमित्रा महाजन को संबोधित करते हुए लिखा कि सुमित्रा ताई, मैं धार्मिक उन्माद फैलाने वालों के हमेशा खिलाफ रहा हूं। मुझे गर्व है कि मुख्यमंत्री रहते हुए मैंने सिमी और बजरंग दल पर रोक लगाने की सिफारिश करने का साहस जुटाया था।

मेरे लिए देश सबसे ऊपर है, ओछी राजनीति नहीं। दरअसल, दिग्विजय ने ये ट्वीट पत्रकार और लेखक निखिल वागले के उस ट्वीट के जवाब में लिखा है, जिसमें ये कहा गया है कि सुमित्रा ने आरोप लगाया है कि हेमंत करकरे और दिग्विजय के बीच करीबी संबंध थे।

जीत का दावा: नहीं तो स्वामी वैराग्यनंद लेंगे समाधि!
दिग्विजय के पक्ष में प्रचार करने आए स्वामी वैराग्यनंद का कहना है कि यदि दिग्विजय नहीं जीते तो मैं समाधि ले लूंगा। उन्होंने मीडिया से कहा, मैं दिग्विजय की जीत के लिए पांच मई को पांच क्ंिवटल लाल मिर्च से विशेष हवन करने जा रहा हूं। उन्होंने दावा किया कि दिग्विजय की जीत सुनिश्चित है, क्योंकि वे संतों का सम्मान करते हैं।

कांग्रेस की विचारधारा खत्म हो गई : उमा

वहीं मीडिया से उमा भारती ने दिग्विजय के समर्थन में प्रचार करने आ रहे युवा वामपंथी नेता कन्हैया कुमार के सवाल पर कहा कि उनके आने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। मैं शुरू से ही कह रही हूं कि समाजवादी और वामपंथी दोनों के एक ही गोत्र हैं। कांग्रेस की विचारधारा करप्ट हो चुकी है।

वह वामपंथियों से विचारधारा ले रहे हैं। उमा ने आरोप लगाया है कि गाली-गलौज करने वाले और देश तेरे टुकड़े होंगे जैसे नारे लगाने वाले लोग प्रचार करने आ रहे हैं। इससे हमें नहीं, दिग्विजय को फर्क पड़ेगा। वे पहले से ही नुकसान में हैं। अब और घाटे में जाएंगे। उमा ने कहा, मैं कन्हैया के लिए एक शब्द नहीं कहना चाहती हूं।


क्योंकि उनका अभी कोई राजनीतिक वजूद समझ नहीं आ रहा। अभी वह चुनाव लड़ रहे हैं। कन्हैया के सवाल पर प्रज्ञा ने कहा, राष्ट्रधर्म को कोई नुकसान नहीं हो सकता।



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