जुलाई में पहली बार झमाझम, जितनी बारिश 22 दिन में, उससे ज्यादा 24 घंटे में बरसे मेघ - Web India Live

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जुलाई में पहली बार झमाझम, जितनी बारिश 22 दिन में, उससे ज्यादा 24 घंटे में बरसे मेघ

भोपाल. देर से ही सही, लेकिन राजधानी में मानसून फिर मेहरबान हो गया है। बारिश नहीं होने के कारण इस माह लोगों को गर्मी और उमस का सामना करना पड़ रहा था, लेकिन बीते 24 घंटे में कभी झमाझम, तो कभी मध्यम बारिश ने फिजा में ठंडक घोल दी। इस माह पिछले 22 दिनों में शहर में जितनी बारिश हुई है, उससे ज्यादा पिछले 24 घंटे में दर्ज की जा चुकी है। पिछले 22 दिनों में जहां शहर में तकरीबन पौने दो इंच बारिश हुई, वहीं पिछले 24 घंटों में दो इंच से अधिक बारिश हो चुकी है। जुलाई की शुरुआत से ही शहरवासियों को बारिश का इंतजार था, लेकिन शहर बारिश से अछूता था। बारिश नहीं होने के कारण लोगों को गर्मी और उसम का भी सामना करना पड़ रहा था। पिछले तीन चार दिनों से बादलों की स्थिति तो बन रही थी, लेकिन बारिश नहीं हो रही थी। लेकिन गुरुवार को देर रात के बाद शहर में बारिश का सिलसिला शुरू हुआ जो शुक्रवार दोपहर बाद तक जारी रहा। इस दौरान कभी तेज तो कभी मध्यम फुहारों से शहर भीगता रहा। पिछले 24 घंटे के दौरान भोपाल जिले में दो इंच से अधिक बारिश दर्ज की गई है, जबकि भोपाल शहर में 64 मिमी यानी ढाई इंच बारिश दर्ज हुई है। 1 से 22 जुलाई तक बारिश 43.7 मिमी (पौने दो इंच) हुई, वहीं 22 से 23 जुलाई शाम 5:30 तक बारिश दर्ज हुई 52.8 मिमी (दो इंच से अधिक)।

पांच दिनों तक ऐसा ही रहेगा मौसम का हाल
बीते 24 घंटों में हुई बारिश से शुक्रवार को अधिकतम तापमान 24.7 डिग्री दर्ज हुआ, जो सामान्य से पांच डिग्री कम है। न्यूनतम तापमान 23.2 डिग्री रहा। गुरुवार को अधिकतम तापमान 29.5 और न्यूनतम 25 डिग्री दर्ज हुआ था। इससे पहले 7 फरवरी को अधिकतम तापमान 24.3 डिग्री दर्ज किया गया था। मौसम विभाग के पीके साहा ने बताया कि मौसम का मिजाज ऐसा ही रहेगा। कई सिस्टम इन दिनों प्रदेश के मौसम को प्रभावित कर रहे हैं, जिसके कारण बारिश की स्थिति बन रही है।

आकाशवाणी कॉलोनी में भरा पानी, पीडब्ल्यूडी क्वार्टर में गिरा छज्जा
बारिश ने जलनिकासी की कमजोर व्यवस्था की पोल खोल दी। कई गलियों, मोहल्लों, क्षेत्रों में पानी भर गया। नेहरू नगर की आकाशवाणी कॉलोनी में ही पानी भरा है। पार्क तालाब बन गया। जलनिकासी की नाली पर अन्य कॉलोनी ने निर्माण कर लिया, जिससे पानी निकल नहीं पा रहा। इससे पूरी कॉलोनी परेशान है। रहवासी महेश शर्मा बताते हैं कि ये समस्या हर बार की है, पूरा क्षेत्र परेशान होता है। माता मंदिर के पीछे स्थित पीडब्ल्यूडी क्वार्टर 54 ब्लॉक में एक मकान का छज्जा गिर गया। मलबा ऊपर ही लटक गया। इससे जर्जर भवनों को लेकर निगम की लापरवाही सामने आ रही है। जर्जर भवनों को चिह्नित कर कार्रवाई की जाती तो इस तरह की स्थिति नहीं बनती। इसके अलावा लिंक रोड, हबीबगंज, शाहपुरा, कोलार समेत अन्य क्षेत्रों में सड़कें लबालब रही। काटजू अस्पताल के पास भी काफी पानी जमा हुआ।



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