सुबह दस बजे पीपीई किट में डॉक्टरों को देख मचा हड़कंप, 5 मिनट में भर्ती हुआ कोरोना का मरीज
भोपाल. सुबह दस बजे हमीदिया अस्पताल में पीपीई किट पहने डॉक्टरों को देखकर अस्पताल परिसर में हड़कंप मच गया। एंबुलेंस से मरीज को उतारा गया तो वहां मौजूद लोगों को लगा कोई गंभीर मामला है। बाद में पता चला कि ये कोरोना को लेकर की गई मॉक ड्रिल है तब कहीं जाकर राहत मिली।
मंत्री ने देखी व्यवस्था, ऑक्सीजन प्लांट चेक किया
कोरोना के नए वैरिएंट ने चिंता पैदा कर दी है। कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। सोमवार को सभी ऑक्सीजन प्लांट और अस्पतालों में कोरोना की तैयारियों को लेकर मॉक ड्रिल की गई। हमीदिया अस्पताल और जयप्रकाश जिला अस्पताल में मॉकड्रिल हुई। हमीदिया अस्पताल में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग पहुंचे और व्यवस्थाओं की जानकारी की। उन्होंने नागरिकों से मास्क लगाने एवं भीड़ वाले इलाकों में जाने से बचने की अपील भी की।
डमी पेंशेट के साथ हुई ड्रिल
हमीदिया अस्पताल में एम्बुलेंस से डमी पेशेंट को ऑक्सीजन मास्क के साथ कोविड डेडिकेटेड वॉर्ड में ले जाया गया। जहां उसका केजुएल्टी में रजिस्ट्रेशन कर आइसीयू वार्ड में वेंटिलेटर युक्त बेड तक पहुंचाया गया। एम्बुलेंस से केजुएल्टी तक पहुंचाने में 2.59 मिनट और केजुएल्टी से आइसीयू में ले जाने में 5 मिनट से भी कम समय लगा।
जेपी अस्पताल : अस्पताल अधीक्षक और अन्य अधिकारियों ने वार्ड, आईसीयू और ऑक्सीजन प्लांट की जानकारी ली। ऑक्सीजन की शुद्धता 93 फीसदी थी जिसे बढ़ाकर 95 फीसदी करने के निर्देश दिए गए। ऑक्सीजन लीकेज प्वाइंट की जांच की गई। अस्पताल अधीक्षक डॉ राकेशी श्रीवास्तव ने बताया कि अस्पताल में ह्यूमन रिसोर्स के साथ पैरामेडिकल स्टाफ भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।
एम्स में हुई समीक्षा बैठक
एम्स में सोमवार को कोविड तैयारियों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में डीन अकादमिक, चिकित्सा अधीक्षक, विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष और उप चिकित्सा अधीक्षक शामिल हुए। चिकित्सा अधीक्षक ने बैठक में बताया कि कोविड रोगियों के लिए निर्धारित किए जाने वाले कुछ ऑक्सीजन बेड चिह्नित किए गए हैं। कार्यपालक निदेशक ने कहा कि हालांकि इस समय स्थिति चिंताजनक नहीं हैं। उन्होंने सभी विभागों को अपने विभाग की तैयारियों को दुरूस्त रखने के निर्देश दिए।
कहां कितनी व्यवस्था
हमीदिया अस्पताल
एलएमओ प्लांट - 27 किलोलीटर (हमीदिया)
एलएमओ प्लांट - 27 किलोलीटर (टीबी हॉस्पिटल)
पीएसए प्लांट - 500 एलपीएम (हमीदिया)
पीएसए प्लांट - 1500 एलपीएम (टीबी हॉस्पिटल)
6 बिस्तरों का आईसीयू
जेपी अस्पताल
एलएमओ प्लांट - 6 किलोलीटर
पीएसए प्लांट - 1000 एलपीएम के दो
425 जंबो सिलेंडर
150 ऑक्सीजन कंसनट्रेटर
200 छोटे सिलेंडर
138 बेड आरक्षित
राजधानी में अभी ये स्थिति
- फीवर क्लीनिक- जेपी अस्पताल, आयुष और हमीदिया में, एम्स में भी शुरू होगा।
- सैंपलिंग की सुविधा- जेपी, बैरागढ़ सिविल अस्पताल, एम्स में
- वर्तमान में सरकारी सेंटर के पास एक भी कोरोना की वैक्सीन नहीं है। सिर्फ दो निजी अस्पतालों में ही वैक्सीन लग रही है।
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