देखें वीडियो : तीन दिन बाद फिर आ सकते हैं बादल
भोपाल. प्रदेश में पिछले चार पांच दिनों से चल रहा बादल, बौछारों का दौर सोमवार से कुछ कम हुआ है। मंगलवार से प्रदेश के दक्षिणी हिस्से में कुछ स्थानों पर हल्के बादल रह सकते हैं और बूंदाबांदी की िस्थति बन सकती है, शेष स्थानों पर मौसम शुष्क रहेगा साथ ही तापमान में बढ़ोतरी होगी। अगले तीन चार दिन मौसम शुष्क रहने की संभावना है, लेकिन एक और पश्चिमी विक्षोभ के कारण 14 अप्रेल के बाद फिर बादलों की िस्थति बन सकती है। Weather मौसम शुष्क होने के साथ ही अब तापमान में बढ़ोतरी होने लगी है। सोमवार को प्रदेश में सबसे अधिक तापमान राजगढ़ में 41.6 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं अधिकांश स्थानों पर 36 से 40 डिग्री के बीच रहा। मंगलवार से तापमान में और बढ़ोतरी हो सकती है। राजधानी में भी सोमवार को मौसम शुष्क रहा और तापमान में लगभग एक डिग्री की बढ़ोतरी हुई।
तापमान में होगी बढ़ोतरी
मौसम विज्ञानी एनके मेश्राम ने बताया कि अभी दक्षिणी राजस्थान के आसपास ऊपरी हवा का चक्रवात सक्रिय है, साथ ही केरल तक एक ट्रफ भी जा रही है। इसलिए मौसम का मिजाज बिगड़ा था, यह सिस्टम अब कमजोर हो गया है। इसलिए मंगलवार से तापमान में और बढ़ोतरी होने की संभावना है, लेकिन एक पश्चिमी विक्षोभ अभी ईरान की ओर है, जो अगले तीन चार दिन में यहां आएगा, इसके कारण फिर बादल, बौछारों की िस्थति बन सकती है।
बीते दिनों हुई थी तेज बारिश, गिरे थे ओले
शहर शनिवार को आंशिक बादल और धूप के बाद शाम को Weather मौसम का मिजाज अचानक बदल गया था। बादल छाए और तकरीबन १५ मिनट तेज हवा के साथ आंधी चली। बारिश के साथ ओले गिरे थे। हवा की रफ्तार 60 किमी प्रतिघंटा तक रही। रात में भी फुहारें पड़ती रहीं। लगा आषाढ़ का महीना आ गया। दिन में आधे घंटे में पूरा शहर अस्त-व्यस्त हो गया। बेमौसम बारिश से फसलों को भी नुकसान हुआ है। मंडियों में रबी की फसलों का कारोबार प्रभावित हो रहा। इससे गेहूं महंगा होने के आसार हैं।
तेज हवा से अस्त-व्यस्त हो गई राजधानी
बारिश होते ही तापमान में तेज गिरावट दर्ज की गई थी। शहर में दोपहर 2:30 बजे तापमान 34.6 डिग्री था, जबकि शाम 4 बजे मौसम के बदलते ही शहर के तापमान में तेजी से गिरावट आ गई। शाम 5:30 बजे तापमान 27.4 डिग्री पर पहुंच गया। इसके शहरवासियों को गर्मी से राहत मिली। इस समय बादल, बारिश फसलों के लिए नुकसानदेह है। इस समय गेंहू, चना, मसूर वगैरह की कटाई तो हो चुकी है, लेकिन कटने के बाद जो फसले खलियान में है, उसके उत्पादन पर तो फर्क नहीं पड़ेगा लेकिन क्वालिटी प्रभावित होगी। इसी प्रकार कई किसान गर्मियों के दिनों में धनिया, टमाटर सहित कई प्रकार की सब्जियां उगाते हैं, उस पर भी असर पड़ेगा। धनिया सहित पत्तियों वाली सब्जी खराब हो सकती है। मौसम विज्ञानी अशफाक हुसैन ने बताया कि इस समय इस समय पश्चिमी राजस्थान में एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है, साथ ही मध्यभारत से एक ट्रफ लाइन भी दक्षिणी हिस्से में पहुंच रही है। इसके कारण बड़ी मात्रा में नमी से लोकल स्तर पर बादल बे और बौछारों की स्थिति बनी।
from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://ift.tt/ipqKINw
via
No comments