एक कोविड डेडिकेटेड हॉस्पिटल और छह कोविड केयर सेंटर बंद, 20 मरीज समय से पहले डिस्चार्ज
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भोपाल. शासन ने शहर के एक निजी मेडिकल कॉलेज को छोडक़र कोरोना का निशुल्क इलाज कर रहे जेके कोविड डेडिकेटेड हॉस्पिटल के साथ छह कोविड केयर सेंटरों को बंद कर दिया है। यही नहीं सीएमएचओ के अस्पताल को खाली करने के मौखिक निर्देश के बाद जेके अस्पताल से कोरोना के 20 मरीजों को समय से पहले डिस्चार्ज कर दिया गया। अगले दो दिन में अस्पताल में भर्ती 171 मरीजों को भी डिस्चार्ज या शिफ्ट किया जाएगा। इनमें से 12 मरीज वेंटीलेटर सपोर्ट पर हैं।
सुबह भर्ती हुए, दिन में कहा डिस्चार्ज करेंगे
राजधानी में कोलार कोरोना का सबसे बड़ा हॉटस्पॉट बना हुआ है। यहां कोरोना के 150 से ज्यादा सक्रिय मरीज हैं। यहां के मरीजों को अब इलाज के लिए 25 किमी दूर चिरायु मेडिकल कॉलेज जाना होगा। प्रसून पटेल को रीवा से सुबह सात बजे जेके अस्पताल लाया गया। उनकी स्थिति खराब थी जिसके चलते उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया। दोपहर में बताया गया कि उन्हें शिफ्ट किया जाएगा। मरीज के रिश्तेदार कुलदीप ने अस्पताल से कहा कि उनकी स्थिति ऐसी नहीं है कि कहीं ले जाया जा सके, इस पर अस्पताल प्रबंधन ने कहा सरकारी आदेश है कुछ नहीं किया जा सकता। इसी तरह आइसीयू में भर्ती राकेश अहिरवार को भी डिस्चार्ज करने को कहा गया। सरकारी आदेश के बाद अब 31 अक्टूबर के बाद भी भर्ती रहने वाले मरीजों को अस्पताल के अनुसार शुल्क देना पड़ेगा।
यहां चल रहे थे कोविड केयर सेंटर
शहर में बिना लक्षणों वाले कोरोना संक्रमित (एसिम्टोमेटिक) मरीजों को भर्ती करने के लिए मैनिट, आरजीपीवी, आइसर, श्रमोदय विद्यालय के साथ ही आयुर्वेदिक, होम्योपैथी, यूनानी चिकित्सालय में कोविड केयर सेंटर चल रहे थे।
प्रदेश में सबसे संक्रमित शहर बना भोपाल
प्रदेश में भले ही कोरोना का संक्रमण कम होने लगा हो लेकिन राजधानी भोपाल में ऐसा नहीं हैं। यहां अब भी हर रोज औसत 200 नए मरीज सामने आ रहे हैं। यही नहीं बीते पांच दिनों में राजधानी भोपाल में इंदौर से ज्यादा संक्रमण सामने आए। पिछले पांच दिनों में भोपाल में 822 नए मरीज मिले तो इस दौरान इंदौर में 791 मरीज ही मिले। वहीं इंदौर में सिर्फ पांच मरीजों की मौत हुई लेकिन राजधानी भोपाल में आठ मरीजों ने दम तोड़ा। गुरुवार को भी शहर में 203 नए मरीज मिले। तीन दिनों से इंदौर में एक भी मौत नहीं, नए केस भी घटे हैं।
कोविड केयर सेंटर बंद होने के बाद यहां भर्ती मरीजों को भी शिफ्ट किया जा रहा है। होम्योपैथी अस्पताल के कोविड केयर सेंटर के मरीजों को यूनानी अस्पताल के सामने फार्मेसी बिल्डिंग में शिफ्ट किया गया है। पं. खुशीलाल शर्मा आयुर्वेदिक चिकित्सा महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. उमेश शुक्ला के अनुसार स्वास्थ्य विभाग की ओर से हमें अस्थाई तौर पर कोविड केयर सेंटर बंद करने का आदेश मिल
गया है।
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