आखिर दिन प्रचार नहीं कर पायेंगी इमरती देवी, आयोग ने लगाया बैन
भोपाल. चुनाव आयोग ने मंत्री इमरती देवी के बिगड़े बोल पर एक्शन लिया है, आयोग ने उनके चुनाव प्रचार पर एक दिन की रोक लगाई है। अब वह 1 नवंबर को चुनाव प्रचार नहीं कर पाएंगी। इस तरह आयोग ने कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णन को भी नोटिस जारी किया है। बता दें कि इमरती देवी ने कमलनाथ के उस बयान पर प्रतिक्रिया दी थी, जिसमें कमलनाथ ने उन्हें आइटम का था। उसके बाद इमरती देवी ने कमल नाथ पर हमला करते हुए कई आपत्तिजनक बयान दिए थे। जिस कारण चुनाव आयोग ने उन्हें पर एक दिन का चुनाव प्रचार करने पर रोक लगा दी है। 1 नवंबर के दिन इमरती देवी पर रोक लगाई गई है, यह चुनाव प्रचार का आखिरी दिन है।
बिसाहूलाल सिंह को चेतावनी
प्रचार में नेताओं के बिगड़े बोल पर चुनाव आयोग की सख्ती जारी है। शनिवार को चुनाव आयोग ने अनूपपुर से भाजपा प्रत्याशी और मंत्री बिसाहूलाल सिंह को चेतावनी देते हुए क्लीन चिट दे दी है। आयोग ने कहा वह दोबारा अपशब्दों का प्रयोग ना करें, बिसाहूलाल ने कांग्रेस प्रत्याशी विश्वनाथ सिंह की पत्नी को लेकर विवादित टिप्पणी की थी। इस पर विवाद हुआ और कांग्रेस ने चुनाव आयोग से शिकायत की थी
मंत्री मोहन यादव पर भी रोक
चुनाव आयोग ने मध्यप्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव के विवादित बयान पर एक्शन लेते हुए उनके खिलाफ एक दिन का प्रतिबंध लगा दिया है। दरअसल, आगर विधासनभा सीट में चुनाव प्रचार करते हुए मंत्री मोहन यादव ने विवादित बयान दिया था।
क्या कहा था मोहन यादव ने
दरअसल, आगर में एक जनसभा को संबोधित करने के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी विपिन वानखेड़े पर हमला करते हुए मोहन यादव ने कहा था, विधायक इसलिए नहीं होते हैं कि सरपंचों का शिकार करें। शिकार करना है और अगर तुम्हारे अंदर दम है तो जंगल में जाओं और जानवर मारो। इस दौरान मंत्री मोहन यादव ने कांग्रेस सरकार में अतिक्रमण के नाम पर तोड़े गए धर्मशाला को लेकर भी हमला बोला था। उन्होंने कहा था कांग्रेस सरकार में हमारे समुदाय का धर्मशाला तोड़ने पहुंच गए थे। तुम्हारे बाप की इतनी हिम्मत कैसे हो गई? उज्जैन लंका में नहीं है, हम दौड़े चले आएंगे और ईंट से ईंट बजा देंगे। उन्होंने कहा था कि हमारे साथ कोई अगर बुरा करेगा तो हम उसे घर से निकाल लाएंगे और जमीन में गाड़ देंगे।
उधर राज्य मंत्री के राज दंडोतिया को नोटिस जारी किया गया है। कमलनाथ द्वारा इमरती देवी को आइटम कहने पर दंडोतिया ने उन्हें धमकी दी थी कि कमलनाथ जिंदा निकल गए अगर यह बात यहां कहते तो जिंदा नहीं जा पाते। मंत्री उषा ठाकुर को भी चुनाव आयोग ने नोटिस जारी कर 48 घंटे के अंदर जवाब मांगा है। उषा ठाकुर ने एक रैली में धर्म आधारित शिक्षा को लेकर बयान दिया था।
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