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mp election 2023: पूर्व वित्त मंत्री के बेटे सिद्धार्थ मलैया दोबारा भाजपा में, चुनाव से पहले बड़ा फैसला

 

दमोह। मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री जयंत मलैया के बेटे सिद्धार्थ मलैया भाजपा में शामिल हो गए हैं। पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण उन्हें 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया था। इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए सिद्धार्थ मलैया की वापसी काफी अहम माना जा रहा है। मलैया परिवार का दमोह में अच्छा खासा प्रभाव है। लिहाजा भाजपा इस बार कोई रिस्क नहीं लेने वाली है।

दमोह में भाजपा के दिग्गज नेता एवं शिवराज सरकार में वित्त मंत्री रहे जयंत मलैया के बेटे सिद्धार्थ मलैया को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया था। उन पर उपचुनाव में पार्टी विरोधी काम करने का आरोप था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव, संगठन मंत्री हितानंद शर्मा, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा और गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा की मौजूदगी में उन्हें घर वापसी कराई गई।

 

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सिद्धार्थ मलैया पहुंचे भाजपा कार्यालय

इधर, भोपाल में गुरुवार को सिद्धार्थ मलैया प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंचे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, वीडी शर्मा और गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा भी मौजूद थे। दोनों ने उन्हें दोबारा से भाजपा की सदस्यता दिलाई। सिद्धार्थ मलैया को जून 2022 में 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया था। साल 2021 में दमोह में हुए उपचुनाव में भाजपा के प्रत्याशी राहुल सिंह को हार का सामना करना पड़ा था। इस हार के पीछे राहुल सिंह ने पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया और उनके परिवार के सदस्यों को दोषी बताया था। इसके बाद बीजेपी संगठन की ओर से सिद्धार्थ सहित पांच मंडल अध्यक्षों को निलंबित कर दिया था, लेकिन एक साल का समय बीतने के बाद भी बीजेपी में सिद्धार्थ की वापसी नहीं हुई तो उन्होंने भाजपा से पिछले साल इस्तीफा दे दिया था।


दमोह उपचुनाव में भाजपा हार गई थी

इससे पहले 2021 में हुई दमोह उपचुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था। यहां से कांग्रेस नेता अजय टंडन जीत गए थे। हारने के बाद प्रत्याशी राहुल लोधी ने हार के लिए पूर्व मंत्री जयंत मलैया को जिम्मेदार ठहराया था। भाजपा की यह अंदरूनी लड़ाई पीएम तक पहुंच गई थी। राहुल सिंह लोधी ने कहा था कि मैं लोगों की जो पहले सेवा करता रहा हूं वो आगे भी करता रहूंगा। नेताओं को शहर की जिम्मेदारी दी गई थी। मलैया परिवार ही मूल रूप से चुनाव हराने का जिम्मेदार है। मलैया के पास पूरे शहर की जिम्मेदारी थी। हम उनके वार्ड से भी हार गए। इस पर जयंत मलैया ने कहा था कि राहुल के खिलाफ जनता का आक्रोश था। दल बदल और उनका परफार्मेंस खराब था।

 

गृहमंत्री ने कहा था जयचंद

इधर, दमोह का उपचुनाव हारने के बाद गृहमंत्री ने कहा था कि हम दमोह का चुनाव हारे हैं, अपने जयचंदों से।



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