संतनगर में हुई गोष्ठी वार्ता, दुबई से पधारी आशा चांद ने दिखाई सिंधी भाषा को बढ़ावा देने की राह
भोपाल। बुधवार को दुबई से पधारी समाजसेवी आशा चांद द्वारा होटल सुदर्शन हलालपुर में एक गोष्ठी वार्ता आयोजित की गई जिसमें उन्होने सिंधी संगत के उद्देश्यों, लक्ष्यों और कार्यो का विवरण दिया। उन्होंने कहा कि सिंधी संगत मुंबई में पंजीकृत एक प्रतिष्ठित गैर-लाभकारी संगठन है। सिंधी भाषा, संस्कृति और विरासत के संरक्षण और वृद्धि के लिए वर्ष 2000 में इसकी स्थापना हुई थी। सिंधी राज्य की अनुपस्थिति में हमारा समुदाय व्यापक रूप से बिखरा हुआ है। हमारा प्रयास है कि प्रान्तहीन सिंधी समुदाय के बीच वर्चुअल बाॅन्ड बनाकर इंटरनेट और मिडिया के आभासी मंच के माध्यम से उनको एकजुट किया जाए। हमारी गतिविधियों में मुख्य रूप से टीवी प्रोडक्षंस, म्यूजिक वीडियो, वेबकास्ट, सिंधी लर्निग प्रोग्राम और कंप्यूटर, मोबाइल और इंटरनेट पर संबंधित अनुप्रयोग शामिल है। इसके अतिरिक्त सिंधी संगत द्वारा तृतीय अंतर्राष्ट्रीय सिंधी बाल गीत प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है जिसमें 3 से 8 साल की आयु वर्ग के बच्चों के लिए इस प्रतियोगिता हेतु प्रवेश प्रारम्भ है जो 15 जुलाई 2018 से शुरू होकर 15 अक्टूबर 2018 को समाप्त होगी। इस अवसर पर। इस अवसर षिक्षाविद् एवं सुधार सभा के संचालक विष्णु गेहानी, संस्कार संस्था के अध्यक्ष सुशील वासवानी, सचिव बसंत चेलानी, कोषाध्यक्ष चन्दर नागदेव, सदस्य के.टी. दादलानी, नवयुवक सभा के अध्यक्ष तोलाराम हिमथानी, क्राईस्ट मेमोरियल स्कूल के अध्यक्ष मेनिस मैथ्यूस, नवयुवक सभी की प्राचार्या विमला हिंगोरानी, किरन वाधवानी, भगवानी बाबानी, कवीता ईसरानी, रेनू आसुदानी ने भी सिंधी भाषा को बढ़ावा देने के लिए अपने-अपने तर्क रखें तथा श्रमती आषा चांद को आष्वासन दिया कि हम सभी सिंधी भाषा को बढ़ावा देने के लिए आपका पूरा सहयोग करेंगे। कार्यक्रम में संत नगर के समस्त पत्रकार बंधु उपस्थित हुए।
Post Comment
No comments